वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी
15-Feb-2025 04:14 PM
By First Bihar
सेंट्रम इंस्टीट्यूशनल रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) में आई गिरावट भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट (bps) की कटौती करने का अवसर दे सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, FY25 में औसत महंगाई दर 4.8% पर रह सकती है। जनवरी में खुदरा महंगाई दर (CPI) 4.3% तक गिर गई, जो दिसंबर 2024 में 5.2% थी। खाद्य पदार्थों की कीमतों में भारी गिरावट से महंगाई में राहत मिली है। सब्जियों और दालों की नई फसलें आने से आगे भी महंगाई में कमी की संभावना।
महंगाई में गिरावट – किन कारणों से आई राहत?
जनवरी में महंगाई दर में आई इस गिरावट की मुख्य वजह खाद्य पदार्थों की कीमतों में भारी कमी रही। रिपोर्ट के अनुसार, सब्जियों की कीमतों में भारी गिरावट आई है। नई फसल बाजार में आने से आपूर्ति बढ़ी। दिसंबर में 7.7% से घटकर जनवरी में 5.7% पर पहुंची। जबकि खाद्य महंगाई में 237 bps (बेसिस प्वाइंट) की गिरावट दर्ज की गई। इस गिरावट से RBI के लिए ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ गई है।
क्या RBI करेगा ब्याज दरों में कटौती?
महंगाई में कमी के कारण, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पास मौद्रिक नीति में राहत देने का अवसर है। RBI अगले कुछ महीनों में ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर सकता है। महंगाई का दबाव कम होने से RBI अब आर्थिक विकास को समर्थन देने पर ध्यान केंद्रित कर सकता है। मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने अपनी हालिया बैठक में ‘न्यूट्रल’ स्टांस रखा, जिसका मतलब है कि आगे की दरों में कटौती आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगी। अगर महंगाई दर इसी तरह नियंत्रित रहती है, तो RBI विकास को गति देने के लिए ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।