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04-Jan-2025 05:02 PM
By First Bihar
SIPAHI BHARTI: पटना पुलिस ने सिपाही भर्ती परीक्षा में धांधली करते 4 और फर्जी अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है। इनके बदले किसी और (स्कॉलर) ने लिखित परीक्षा दी थी। इस बात का खुलासा तब हुआ जब गर्दनीबाग स्थित सेंटर पर ये चारों अभ्यर्थी फिजिकल टेस्ट देने पहुंचे थे तभी बायोमेट्रिक अटेंडेंस में उनके फिंगर प्रिंट मैच नहीं हुए। जब पुलिस ने कड़ी पूछताछ की तो चारों ने अपना जुर्म कबूला।अब तक कुल 17 फर्जी अभ्यर्थियों को पकड़कर जेल भेजा गया है।
पकड़े गये फर्जी अभ्यर्थियों ने बताया कि उनके बदले स्कॉलर ने लिखित परीक्षा दी थी। इसके साथ ही अब तक इस मामले में चौथे सप्ताह कुल 17 फर्जी अपराधियों को पकड़ा गया है जबकि अब तक कुल 43 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। बता दें कि केंद्रीय चयन पर्षद ने बिहार पुलिस कॉन्स्टेबल के 21,391 रिक्त पदों को भरने के लिए बीते दिनों लिखित परीक्षा आयोजित की थी। इस परीक्षा के लिए लगभग 17 लाख 87 हजार 720 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। जिनमें से लगभग 12 लाख उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए थे। 7, 11, 18, 21, 25 और 28 अगस्त, 2024 को लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी। जिसमें 1 लाख 7 हजार 79 अभ्यर्थी परीक्षा पास किये। 14 नवंबर को लिखित परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया गया था।
जिसके बाद 9 दिसंबर 2024 से 10 मार्च 2025 तक फिजिकल टेस्ट और डॉक्यूमेट की जांच गर्दनीबाग स्थित शहीद राजेंद्र प्रसाद सिंह राजकीय उच्च विद्यालय में चल रही है। इसी दौरान केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) ने साप्ताहिक बुलेटिन जारी करते हुए बताया कि लिखित परीक्षा पास किये 4 अभ्यर्थियों का बायोमेट्रिक अटेंडेंस कराया गया तब उनका फिंगर मैच नहीं हुआ। जिसके बाद 4 जनवरी को चार फर्जी कैडिडेट को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के क्रम में चारों ने बताया कि लिखित परीक्षा में वो शामिल नहीं हुए और पास हो गये। उनकी जगह स्कॉलर को बिठाया गया था।4 जनवरी को चौथे सप्ताह के शारीरिक दक्षता परीक्षा में 8 हजार अभ्यर्थियों को फिजिकल टेस्ट के लिए बुलाया गया था लेकिन 6444 अभ्यर्थी ही शामिल हो पाए। चौथे हफ्ते में कुल 17 अभ्यर्थियों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया और सभी को जेल भेजा गया।
सिपाही भर्ती परीक्षा में लगातार धांधली की बात सामने आ रही है। जिसकी गंभीरता से जांच की जा रही है। बता दें कि सिपाही भर्ती की परीक्षा पहले 1 अक्टूबर 2023 को हुई थी लेकिन परीक्षा के 4 दिन पहले ही पेपर लीक हो गयी जिसके चलते इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया। जब आर्थिक अपराध इकाई ने मामले की जांच की तब इस बात का खुलासा हुआ कि सिपाही भर्ती पेपर लीक का सरगना नालंदा के नगरनौसा का रहने वाला संजीव मुखिया उर्फ लूटन है।
जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी में पुलिस लग गयी। वही ईओयू की इस खुलासे के बाद सिपाही भर्ती परीक्षा को दोबारा आयोजित किया गया। अब इसमें में धांधली की बात सामने आ रही है। पटना पुलिस ने सिपाही भर्ती परीक्षा में धांधली करते 4 और फर्जी अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है। इनके बदले किसी और (स्कॉलर) ने लिखित परीक्षा दी थी।