Patna Metro: 15 अगस्त की जगह अब इस दिन से होगी पटना मेट्रो की शरुआत, स्टेशनों की संख्या में भी बदलाव Bihar News: पटना के बिल्डर से मांगी गई डेढ़ करोड़ की रंगदारी, जांच में जुटी पुलिस Biha Land Survey:भूमि सर्वे से पहले सरकार का बड़ा कदम, रैयत की मृत्यु के बाद उत्तराधिकारियों के नाम पर होगी जमाबंदी, मौखिक बंटवारे के बाद की सबसे बड़ी बड़ी समस्या का होगा समाधान, जानें... Bihar News: सड़क हादसे में इंजीनियरिंग कॉलेज के 3 छात्रों की मौत, कई गंभीर रूप से घायल INDvsENG: इंग्लैंड के ओवल में इन भारतीय बल्लेबाजों ने बनाए हैं सबसे ज्यादा रन, यह दिग्गज है सचिन से भी आगे Bihar Weather: बिहार में आज कई जिलों में बारिश का अलर्ट, अगले 4-5 दिन मौसम का रहेगा यही मिजाज राजद नेता रामबाबू सिंह का बड़हरा में जनसंपर्क अभियान, माई-बहिन योजना को घर-घर पहुँचाने का आह्वान बेतिया में दहेज के लिए विवाहिता की गला दबाकर हत्या, ससुरालवालों पर हत्या का आरोप PURNEA: स्वाभिमान सभा में बोलीं नूतन गुप्ता, नीतीश-मोदी की जोड़ी ने बदली बिहार की तस्वीर जहानाबाद में शुरू हुआ 'माई-बहिन मान योजना' का प्रचार, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की तैयारी
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Wed, 30 Jul 2025 02:13:13 PM IST
- फ़ोटो google
IAS Rinku Singh: सोशल मीडिया पर आजकर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। वायरल वीडियों में आईएएस अधिकारी रिंकू सिंह वकीलों के सामने कान पकड़कर उठक-बैठक लगाते नजर आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एसडीएम के पद पर तैनात रिंकू सिंह राही की कहानी संघर्षों से भरी हुई है।
दरअसल, एसडीएम रिंकू सिंह राही धरने पर बैठे वकीलों को समझाने गए थे, लेकिन अचानक वह खुद उनके सामने उठक-बैठक लगाने लगे। आइए जानते हैं कि एसडीएम रिंकू सिंह राही कौन हैं, उन्होंने यूपीएससी परीक्षा कब पास की थी और उनकी कहानी क्या है। रिंकू सिंह राही भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे रहने वाले आईएएस अधिकारियों में से एक हैं।
रिंकू सिंह राही ने 100 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का खुलासा किया था, जिसके कारण उनपर जानलेवा हमला भी हुआ था। साल 2008 की बात है, जब रिंकू सिंह मुजफ्फरनगर में जिला समाज कल्याण अधिकारी थे। उन्होंने छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति योजना में हुए करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया।
इसके बाद 2009 में जब वह सुबह बैडमिंटन खेल रहे थे, तो उनपर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गईं। इस हमले में वे बुरी तरह घायल हो गए और एक आंख की रोशनी भी खो बैठे। कई महीनों तक अस्पताल में रहने के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और ठीक होकर वापस अपनी जिम्मेदारी निभाने लौट आए।
अलीगढ़ के निम्न-मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे रिंकू सिंह राही ने NIT जमशेदपुर से मेटलर्जी में बीटेक किया है। उन्होंने गेट परीक्षा में 17वीं रैंक हासिल की थी। 2004 में प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा पास कर जिला समाज कल्याण अधिकारी बने। फिर 2022 में दिव्यांग कोटे से यूपीएससी परीक्षा पास कर आईएएस बने। आज वह ईमानदारी की मिसाल माने जाते हैं और देश के लिए एक प्रेरणा हैं।