ब्रेकिंग न्यूज़

सहरसा में बाइक की डिक्की से चोरी हुए 3 लाख रूपये कटिहार से बरामद, आरोपी फरार आर्केस्ट्रा में नाबालिगों के शोषण के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 21 लड़कियों को कराया मुक्त, 3 आरोपी गिरफ्तार बेगूसराय में बाइक सवार युवकों की दबंगई, 10 रूपये की खातिर पेट्रोल पंप पर की मारपीट और फायरिंग SUPAUL: छातापुर में संतमत सत्संग का 15वां महाधिवेशन संपन्न, VIP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा ने महर्षि मेही परमहंस को दी श्रद्धांजलि Sonia Gandhi Admitted: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ी, इलाज के शिमला के अस्पताल पहुंचीं Sonia Gandhi Admitted: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ी, इलाज के शिमला के अस्पताल पहुंचीं Bihar News: बिहार महिला आयोग में भी अध्यक्ष-सदस्यों की हुई नियुक्ति, इन नेत्रियों को मिली जगह, जानें... Bihar Crime News: बिहार में पंचायत के दौरान खूनी खेल, गोली मारकर युवक की हत्या; गोलीबारी से दहला इलाका Bihar News: बिहार को मिली एक और बड़ी उपलब्धि, शिक्षा, शोध और सेवा को नई उड़ान; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या कहा? Bihar News: बिहार को मिली एक और बड़ी उपलब्धि, शिक्षा, शोध और सेवा को नई उड़ान; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या कहा?

Patna News: आपके घर का पानी पीने लायक है या नहीं? पता करने में लगेंगे सिर्फ 40 रुपए, सरकार ने कर दी व्यवस्था

Patna News

12-Apr-2025 04:19 PM

By First Bihar

Patna News: जलजनित रोगों से बचाव के लिए पटना में लोक स्वास्थ्य संस्थान (PHI) ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। अब शहरवासी मात्र 40 रुपये में अपने पीने के पानी की शुद्धता की जांच करवा सकते हैं।


पटना के पीएमसीएच के पास स्थित लोक स्वास्थ्य संस्थान (PHI)  में जाकर आप बोरिंग, सरकारी आपूर्ति या आरओ के पानी की जांच कर सकते हैं। जांच की रिपोर्ट तीन दिनों के भीतर मोबाइल पर भेज दी जाएगी और यदि पानी में किसी तरह की अशुद्धता पाई जाती है, तो विशेषज्ञ उपचार के उपाय भी बताएंगे।


संस्थान के विशेषज्ञ शहरी क्षेत्रों में जरूरतमंदों के घर जाकर भी जल उपचार में सहायता प्रदान कर सकते हैं। यदि किसी के पास विसंक्रमित (डिसइंफेक्टेड) बर्तन नहीं हैं, तो PHI की ओर से उन्हें निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। PHI में एक अत्याधुनिक प्रयोगशाला स्थापित की गई है, जहां तीन दिनों के भीतर पानी की जांच की जाती है। जांच के लिए 100 मिलीलीटर पानी साफ बोतल में लाना जरूरी है।


जल में पाए जाने वाले भारी धातुओं की जांच के लिए संस्थान ने नई मशीनें मंगवाई हैं। जल्द ही आर्सेनिक और लेड जैसे खतरनाक तत्वों की जांच भी शुरू की जाएगी। दूषित जल के सेवन से हैजा, टायफायड, हेपेटाइटिस A व E, अमीबायसिस, जियार्डियासिस, डायरिया और फ्लोरोसिस जैसे गंभीर रोग हो सकते हैं। ऐसे में समय रहते जांच और उपचार अत्यंत आवश्यक है।


हर घर नल-जल योजना के तहत प्रदेश में 115 जल जांच प्रयोगशालाएं कार्यरत हैं। इनमें से 15 जिलास्तरीय प्रयोगशालाएं NABL प्रमाणित हैं, जहाँ 16 मानकों पर पानी की गुणवत्ता की जांच होती है।