ब्रेकिंग न्यूज़

New Year Puja Patna : नए साल के पहले दिन पटना के मंदिरों में उमड़ेगा आस्था का सैलाब, महावीर मंदिर और इस्कॉन में विशेष इंतजाम Indian Railways latest news : जसीडीह-झाझा रेलखंड का अप ट्रैक अभी भी बंद, इन ट्रेनों के रूट बदले Bihar cold wave : बिहार में शीतलहर और कोल्ड डे का कहर जारी, इस दिन तक राहत की उम्मीद नहीं बेतिया में नहर में गिरकर 14 माह की मासूम बच्ची की मौत, गांव में शोक की लहर सहरसा में पशु तस्करी का खुलासा, पिकअप से दो मृत बछड़े बरामद जमीन की रजिस्ट्री पर ठंड का असर, 67 आवेदन में केवल 30 का हुआ निबंधन पटना में ठंड का कहर जारी: 2 जनवरी तक सभी स्कूल बंद, DM त्यागराजन ने जारी किये आदेश बिहार की इस लुटेरी दुल्हन से सावधान: शादी करने के बाद उसी रात लाखों का चूना लगाकर हो जाती है फरार, अब तक रचा चुकी है दर्जनों ब्याह जिनकी शादी नहीं हो रही थी वही बने शिकार, बिहार में लुटेरी दुल्हन गैंग बेनकाब गोपालगंज में चोरी कांड का खुलासा, हथियार और लाखों के गहनो के साथ दो शातिर चोर गिरफ्तार

Gandak River Bridge: बिहार से यूपी अब कुछ मिनटों में! 4000 करोड़ का पुल बदल देगा सफर की तस्वीर!

Gandak River Bridge: बिहारवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। गंडक नदी पर बनने वाला 10 किलोमीटर लंबा पुल जल्द ही बिहार और उत्तर प्रदेश के बीच यात्रा को बेहद आसान बना देगा।

NH-727, Bihar-UP Connectivity, Gandak River Bridge, Infrastructure Development in Bihar, Kushinagar Road Project, Rural Road Construction, Farmers Issues in Bridge Project

16-May-2025 01:15 PM

By First Bihar

Gandak River Bridge: सीमांचल के लोगों के लिए बड़ी सौगात सामने आ रही है। गंडक नदी पर पिपरासी से उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के जटहां होते हुए बेलवनिया नेशनल हाईवे तक करीब 20 किलोमीटर लंबी सड़क और लगभग 10 किलोमीटर लंबे पुल के निर्माण की तैयारी पूरी हो चुकी है। यह पुल बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (BSRDC) द्वारा करीब 4000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा।


बीएसआरडीसी अधिकारियों ने फाइनल सर्वे पूरा कर लिया है। स्थल निरीक्षण और मार्किंग भी संपन्न हो चुकी है। जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ होने की संभावना है। यह परियोजना नेशनल हाईवे 727 को जोड़ेगी, जिससे बिहार और यूपी के बीच आवागमन बेहद सुगम हो जाएगा।


जहां एक ओर आम लोगों में पुल निर्माण को लेकर उत्साह का माहौल है, वहीं पिपरासी और मधुबनी प्रखंड के किसानों की चिंता भी सामने आ रही है। उनका कहना है कि पुल निर्माण के बाद दियारा क्षेत्र तक पहुंचने का रास्ता कठिन हो सकता है, जिससे खेती प्रभावित होगी। कृषकों प्रेम यादव, शैलेन्द्र मिश्र और कन्हैया कुमार ने सुझाव दिया है कि पुल के बीच में कहीं पर एक वैकल्पिक उतार या मार्ग की व्यवस्था कर दी जाए, जिससे खेतों तक आवागमन में कोई परेशानी न हो।


पुल निर्माण से एक ओर जहां विकास की नई रेखा खिंचेगी और बिहार-यूपी की कनेक्टिविटी मजबूत होगी, वहीं स्थानीय समस्याओं को ध्यान में रखते हुए प्रशासन अगर किसानों के सुझावों को अमल में लाए, तो यह परियोजना सभी के लिए लाभकारी साबित हो सकती है।