₹1 लाख करोड़ की रोजगार योजना आज से लागू, लाल किले से PM MODI का बड़ा ऐलान गांधी मैदान से CM नीतीश ने की कई बड़ी घोषणाएं...नौकरी के लिए परीक्षा देने वालों के लिए खुशखबरी, परदेश से घर आने वालों के लिए बड़ी घोषणा, और भी बहुत कुछ जानें... Asia Cup 2025: भारत के स्टार ओपनर को चयनकर्ताओं का झटका, बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद नहीं मिलेगी टीम में जगह Bihar News: गांधी मैदान से CM नीतीश का ऐलान- बताई अपनी प्राथमिकता, पूर्व की सरकार पर भी साधा निशाना Bihar Weather: 15 अगस्त को बिहार के इन जिलों में होगी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजपुर के बड़हरा में भोजन वितरण और सामुदायिक किचन का पांचवां दिन Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल
02-Mar-2025 06:10 PM
By First Bihar
Bihar News : बिहार में हुई एक इकोनॉमिक सर्वे में एक चौकाने वाला खुलासा हुआ है, यह बात निकालकर सामने आ रही है कि अब कई जगहों पर गंगा का पानी इतना प्रदूषित हो चुका है कि उसमें नहाना भी खतरनाक हो चुका है और नहाने पर लोगों को बीमार भी होना पड़ सकता है।
बैक्टेरिया की संख्या हद से ज्यादा
बिहार राज्य प्रदुषण कंट्रोल बोर्ड ने लगभग 34 जगहों पर गंगा के पानी की क्वालिटी को जांचा है, जिसमें यह बात निकलकर सामने आई है। बताते चलें कि बिहार के कई मुख्य जिले/शहर गंगा किनारे बसे हुए हैं, इनके पानी में बैक्टेरिया की संख्या भारी मात्रा में पाई गई है जो कि चिंतनीय है।
जानवरों को नहीं केवल इंसानों को समस्या
इन जगहों में शामिल हैं बक्सर, छपरा, सोनपुर, पटना, फतुहा, बाढ़, मोकामा, बेगूसराय, खगड़िया, लखीसराय, सुल्तानगंज, मुंगेर, भागलपुर इत्यादि। हालांकि इन जगहों पर गंगा का पानी जल जीवों, खेती, जानवरों के इस्तेमाल के लिए अभी भी उपयुक्त है मगर इंसानों के लिए नहीं।
यह है मुख्य कारण
गंगा के इतने ज्यादा प्रदूषित होने का कारण उसमें हर रोज भारी मात्रा में कूड़ों, गंदे पानी, घरेलू कचरे का शामिल होना है, इसके बाद बिहार प्रदुषण कंट्रोल बोर्ड ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द इन जगहों पर कचरों के प्लांट लगवाएं जाएं, ताकि गंगा को कम से कम प्रदूषित होना पड़े और लोगों के स्वास्थ्य पर इसका कोई नकारात्मक प्रभाव ना पड़े।