Bihar News: बिहार कांग्रेस कैसे होगी जिंदा..नेता मैदान में उतरते ही नहीं ! कन्हैया कुमार हैं NSUI प्रभारी...आज इस संगठन ने विधानसभा का घेराव किया, राजधानी में रहने के बावजूद वे प्रोटेस्ट से दूर रहे... सहरसा के दो मजदूरों की ओडिशा में संदिग्ध मौत, परिजनों ने की जांच की मांग Bihar Politics: फूलन देवी की शहादत दिवस पर VIP की श्रद्धांजलि सभा कल, संजीव मिश्रा ने बताया सामाजिक न्याय का प्रतीक Bihar Politics: फूलन देवी की शहादत दिवस पर VIP की श्रद्धांजलि सभा कल, संजीव मिश्रा ने बताया सामाजिक न्याय का प्रतीक Bihar News: खेत में अचानक टूटकर गिरा हाई वोल्टेज बिजली तार, करंट लगने से युवक की दर्दनाक मौत गोपालगंज में मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला पर दर्जनों कुत्तों का जानलेवा हमला, हालत गंभीर Patna News: पटना में भीषण गर्मी के कारण कई छात्राएं बेहोश, स्कूल में मची अफरातफरी Patna News: पटना में भीषण गर्मी के कारण कई छात्राएं बेहोश, स्कूल में मची अफरातफरी Thailand-Cambodia Conflict: कंबोडिया और थाईलैंड में जंग तेज, एक F-16 तबाह; अब तक 9 की मौत INDvsENG: ऋषभ पंत का सीरीज से बाहर होना तय, उनकी जगह बिहार के इस खिलाड़ी को मिल सकता है मौका
18-Apr-2025 12:54 PM
By First Bihar
Bihar News: बिहार सरकार ने राज्य के सभी 102 अनुमंडलों को डीलक्स बस सेवा से जोड़ने का निर्णय लिया है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्देश्य छोटे कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों को जिला मुख्यालयों और प्रमुख शहरों से बेहतर ढंग से जोड़ना है, जिससे आम लोगों को आवागमन में आसानी हो और आर्थिक, सामाजिक गतिविधियों को बल मिल सके।
इस योजना के तहत पटना, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, सहरसा और मुंगेर जैसे प्रमुख जिला मुख्यालयों से अनुमंडलों के लिए डीलक्स बसें चलाई जाएंगी। ये बसें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी, जैसे आरामदायक सीटें, एयर-कंडीशनिंग, GPS ट्रैकिंग और सुरक्षा कैमरे। बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (BSTRC) ने इस परियोजना की पूरी तैयारी कर ली है।
परमिट प्रक्रिया अंतिम चरण में
राज्य भर में कुल 166 डीलक्स बसों का परिचालन प्रस्तावित है। इनमें से 96 बसों को पहले ही परमिट जारी कर दिया गया है, जबकि शेष बसों को 30 अप्रैल तक परमिट देने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। बसों का संचालन मई के पहले या दूसरे सप्ताह से शुरू होने की संभावना है।
BSTRC के अनुसार, यह योजना बिहार के परिवहन ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे पंचायत और प्रखंड स्तर तक के लोगों को बेहतर सार्वजनिक परिवहन की सुविधा मिल सकेगी, जिससे वे सुलभता से शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और प्रशासनिक सेवाओं तक पहुंच सकें।
स्थानीय रोजगार और इंफ्रास्ट्रक्चर को भी बढ़ावा
इस परियोजना से न केवल आवागमन सुविधाजनक होगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। बस ड्राइवर, कंडक्टर, मैकेनिक, और बस अड्डों पर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए स्टाफ की आवश्यकता होगी। साथ ही, डिपो और टर्मिनलों के निर्माण से परिवहन बुनियादी ढांचे को भी बढ़ावा मिलेगा।
योजना की निगरानी और डिजिटल टिकटिंग
इन बसों के संचालन की निगरानी के लिए एक केंद्रीय नियंत्रण कक्ष बनाया जाएगा, जहां से रूट की निगरानी और यात्रियों की सुरक्षा पर नजर रखी जाएगी। यात्रियों की सुविधा के लिए डिजिटल टिकटिंग सिस्टम भी लागू किया जाएगा, जिससे लंबी कतारों से बचा जा सके और पारदर्शिता बनी रहे।