ब्रेकिंग न्यूज़

NAWADA: पुलिस कस्टडी में युवक की मौत पर एक्शन, थानाध्यक्ष सहित 4 पुलिसवालों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज जयमाला के दौरान हर्ष फायरिंग: गोली लगने से दुल्हन के फुफेरे भाई की दर्दनाक मौत बिहार फ़िल्म सिटी परियोजना में निवेशकों ने दिखाई दिलचस्पी, मुख्य सचिव की अध्यक्षता में अहम बैठक पश्चिम चंपारण में 2 नाव की टक्कर: गंडक नदी में नाव पलटने से 15 लोग डूबे, 2 बच्चियां लापता GOPALGANJ: भाजपा नेता की पत्नी को मिली धमकी, BJP MLC गप्पू सिंह पर गंभीर आरोप Bihar News: बिहार में किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार का बड़ा कदम, राज्य के इन फार्मर्स को मिलेगा बड़ा फायदा Bihar News: बिहार में किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार का बड़ा कदम, राज्य के इन फार्मर्स को मिलेगा बड़ा फायदा सुपौल के पिपरा नगर पंचायत में भ्रष्टाचार का बोलबाला, सड़क पर उतरे लोगों ने किया प्रदर्शन Bihar News: बिहार में BSRTC के बेड़े में बढ़ेगी CNG बसों की संख्या, परिवहन विभाग की बैठक में मंत्री ने दिए निर्देश Bihar News: बिहार में BSRTC के बेड़े में बढ़ेगी CNG बसों की संख्या, परिवहन विभाग की बैठक में मंत्री ने दिए निर्देश

Bihar News : 20 साल से बनकर तैयार है ब्रिज, फिर भी हजारों लोगों के लिए चचरी पुल बना सहारा

Bihar News : बिहार के बेतिया के एक गाँव में २० वर्षों से पुल बनकर तैयार है इसके बावजूद लोग ना सिर्फ चचरी के पुल का सहारा लेने को विवश हैं बल्कि उसके इस्तेमाल के लिए टैक्स भी देने को मजबूर हैं.

Bihar News

28-Feb-2025 03:08 PM

By First Bihar

Bihar News : बेतिया जिले के मैनाटाड़ प्रखंड के मर्जदवा पथ में हाजमाटोला गाँव है, जहाँ हरपतबेनी नदी पर 20 साल से पुल बनकर तैयार है मगर उसके बावजूद लोग उसका उपयोग नहीं कर पा रहे क्योंकि अब तक इस पुल को चालु करने की पहल किसी के द्वारा नहीं की गई है. नतीजा यह हुआ की लोग आज एक चचरी पुल के सहारे इस नदी को पार कर रहे हैं जिसके लिए उन्हें कर भी देना पड़ता है, बताया जा रहा है कि इसी पुल के सहारे करीब 20 हजार की आबादी आवागमन करती है.


बताते चलें कि 20 वर्ष पहले इस नदी पर लगभग 21.5 लाख रूपये की लागत से पुल का निर्माण कराया गया था लेकिन आजतक एक भी राहगीर को इसका फायदा नहीं मिल सका है. इसके पीछे का कारण यह है कि इस पुल के एप्रोच के ठीक सामने ही एक स्थानीय व्यक्ति द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है, वह व्यक्ति इसे अपनी निजी भूमि बतला रहा,   हैरानी की बात यह है कि आजतक किसी भी नेता या प्रशासन द्वारा इस बारे में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.


हालाँकि 2018 के अप्रैल महीनें में तत्कालीन जिलाधिकारी के निर्देश पर आधा दर्जन थानों के पदाधिकारियों के द्वारा अतिक्रमण करने वाले हरेन्द्र महतों की दीवार ध्वस्त कर दी गयी थी, वहां मौजूद पेड़ को काटकर तथा मिटटी भराई कर पुल को शुरू करने की योजना अबतक सफल नहीं पाई है और लोगों को आज भी 5 रूपये का शुल्क अदा कर चचरी पुल के सहारे नदी को पार करना पड़ रहा.


ज्ञात हो कि बरसात के दिनों में हरपतबेनी नदी का जलस्तर बढ़ जाता है जिसके बाद यह चचरी का पुल भी निष्क्रीय हो जाता है और लोगों को आसपास के गाँव में जाने के लिए दुगनी दूरी तय करनी पड़ जाती है. स्थानीय लोग इस वजह से परेशान और आक्रोशित हैं, साथ ही अब भी वे यह उम्मीद लिए बेबस होकर सरकार की तरफ देख रहे कि शायद आज नहीं तो कल इनकी इस समस्या का निदान होगा.