ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Crime News: बिहार में दो धूर जमीन के लिए खूनी खेल, चाकू गोदकर युवक को मौत के घाट उतारा Bihar Crime News: बिहार में दो धूर जमीन के लिए खूनी खेल, चाकू गोदकर युवक को मौत के घाट उतारा Bihar Crime News: बिहार में परीक्षा देकर लौट रही नाबालिग छात्रा से रेप, ऑटो ड्राइवर ने बीच रास्ते में जबरन किया गंदा काम Bihar road accident : NH-22 पर आमने-सामने टक्कर, दो की मौके पर मौत, दो गंभीर रूप से घायल; पीएमसीएच रेफर Bihar Teacher News: वेतन पर सवाल पूछना बना अपराध? व्हाट्सएप ग्रुप में चर्चा पर शिक्षकों को शो-कॉज नोटिस, पटना में 5 शिक्षकों को अब देना होगा जवाब Vande Bharat Sleeper Train: बिहार के इस स्टेशन पर रुकेगी दिल्ली पटना वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, यात्रियों में जबर्दस्त उत्साह Bihar Deputy CM : उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का बड़ा बयान: बोले—60 फीसदी अपराध जेल से, माफिया को नहीं मिलेगी कोई राहत Bihar government : बिहार सरकार ने अधिकारियों और कर्मचारियों को दी चेतावनी, अगर नहीं किया यह काम तो दर्ज होगा FIR Vijay Kumar Sinha : पटना को बनाया जाएगा मॉडल राजस्व जिला, भूमि विवादों का त्वरित निपटारा सुनिश्चित करने के निर्देश; एक्शन में विजय सिन्हा Bihar Police Recruitment 2026 : अगले साल बिहार पुलिस में बड़ी भर्ती, सूबे को मिलेंगे 45 हजार सिपाही और 1,799 दारोगा; बढ़ रही महिलाओं की भागीदारी

कटिहार की सियासत में बड़ा उलटफेर: 30 साल बाद राजद से छिनी परंपरागत सीट, अब वीआईपी के खाते में

बिहार की राजनीति में कटिहार की 63 नंबर विधानसभा सीट इस बार सुर्खियों में है। करीब तीन दशकों से राजद के कब्जे में रही यह परंपरागत सीट अब वीआईपी के खाते में चली गई है। एमएलसी पिता भाजपा से जुड़े हैं तो बेटा महागठबंधन की ओर से मैदान में यह समीकरण कटिह

बिहार

21-Oct-2025 08:05 PM

By First Bihar

KATIHAR: बिहार की सियासत में इस बार कटिहार की 63 नंबर विधानसभा सीट ने सबको चौंका दिया है। लगभग तीन दशकों से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के खाते में रही यह परंपरागत सीट अब विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के खाते में चली गई है। राजनीतिक हलकों में इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएँ हो रही हैं,  मानो कटिहार की सियासत में अचानक एक भूचाल आ गया हो।


जानकारों का कहना है कि “इश्क और सियासत दोनों में मज़ा है, बस दिल और दिमाग खुला रखिए।” यह बात इसलिए कही जा रही है क्योंकि इस बार समीकरण कुछ अलग हैं — पिता एमएलसी हैं भाजपा कोटे से, जबकि पुत्र महागठबंधन के घटक दल वीआईपी से चुनाव मैदान में हैं। ऐसे में यह पारिवारिक और राजनीतिक जोड़–तोड़ दोनों ही स्तर पर दिलचस्प बन गया है।


राजद के प्रदेश सचिव जाहिद आलम ने तमाम अटकलों के बाद स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि “हम नए चेहरों और युवाओं को आगे लाना चाहते हैं, और महागठबंधन हमेशा युवाओं का सम्मान करता है।” उनका इशारा स्पष्ट था कि सौरभ अग्रवाल, जो अब वीआईपी के प्रत्याशी हैं, उसी युवा सोच का हिस्सा हैं।


हालांकि यह सवाल उठना लाज़मी है कि आखिर वह सीट जो लगातार 30 वर्षों तक राजद के खाते में रही, वह अब हाथ से कैसे निकल गई? इस सीट से डॉ. राम प्रकाश महतो ने करीब 10 साल तक विधायक रहते हुए शिक्षा मंत्री के रूप में भी काम किया था, लेकिन पिछले चार चुनावों में लगातार हार के बाद पार्टी ने नया दांव खेलने का फैसला लिया।


नतीजतन, इस बार कटिहार सीट महागठबंधन के भीतर वीआईपी को सौंप दी गई, और वहां से सौरभ अग्रवाल मैदान में हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या वीआईपी इस ऐतिहासिक सीट पर नया इतिहास लिख पाएगी या यह फैसला राजद कार्यकर्ताओं के बीच असंतोष की वजह बनेगा।