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ऑस्ट्रेलिया को पहला विश्वकप जिताने वाले Bob Simpson का निधन, कई दिग्गज क्रिकेटर इन्हें मानते थे अपना गुरु

Bob Simpson: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और कोच बॉब सिम्पसन का 89 वर्ष की आयु में निधन। 1987 वर्ल्ड कप विजेता और क्रिकेट हॉल ऑफ फेमर ने 62 टेस्ट में बनाए थे 4869 रन..

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 16 Aug 2025 07:58:45 AM IST

Bob Simpson

बॉब सिम्पसन - फ़ोटो Google

Bob Simpson: ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के इतिहास में एक युग का अंत हो गया है। पूर्व कप्तान और कोच बॉब सिम्पसन का 89 वर्ष की आयु में दुनिया को अलविदा कह गए। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इसकी पुष्टि की है। सिम्पसन ने 1957 से 1978 तक 62 टेस्ट और दो वनडे में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें उन्होंने 46.81 की औसत से 4869 रन बनाए और 71 विकेट लिए। 39 टेस्ट में कप्तानी करते हुए उन्होंने 12 जीत हासिल की। उनकी बल्लेबाजी का सबसे यादगार पल 1964 में ओल्ड ट्रैफर्ड में 311 रन की मैराथन पारी थी, जो उनका पहला टेस्ट शतक भी था। सिम्पसन की असाधारण फील्डिंग, स्लिप में 110 कैच और लेग-स्पिन गेंदबाजी ने उन्हें क्रिकेट जगत में एक हरफनमौला दिग्गज बनाया था।


1977-78 में विश्व सीरीज क्रिकेट के कारण कमजोर ऑस्ट्रेलियाई टीम को संभालने के लिए सिम्पसन ने 41 वर्ष की उम्र में संन्यास से वापसी की और कप्तानी संभाली थी। 1986 में ऑस्ट्रेलिया के पहले पूर्णकालिक कोच बनने के बाद, उन्होंने एलन बॉर्डर के साथ मिलकर टीम को पुनर्जनन दिया। उनके मार्गदर्शन में ऑस्ट्रेलिया ने 1987 में पहला क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता, 1989 में इंग्लैंड में एशेज हासिल की और 1995 में वेस्टइंडीज को हराकर 17 साल बाद फ्रैंक वॉरेल ट्रॉफी जीती। सिम्पसन ने शेन वॉर्न को राउंड द विकेट गेंदबाजी की रणनीति भी सिखाई थी जो उनकी कोचिंग की एक बड़ी उपलब्धि थी।


सिम्पसन की विरासत केवल मैदान तक सीमित नहीं थी। उन्होंने फिटनेस और अनुशासन के नए मानक स्थापित किए, जिसने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को विश्व में अग्रणी बनाया। 1996 में कोचिंग छोड़ने के बाद वे राष्ट्रीय चयनकर्ता भी रहे। उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें 1985 में स्पोर्ट ऑस्ट्रेलिया हॉल ऑफ फेम, 2006 में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट हॉल ऑफ फेम और 2013 में आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया। 1965 में विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर और 2007 में ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया जैसे सम्मानों ने उनकी विरासत को और भी मजबूत किया।


सिम्पसन के निधन पर क्रिकेट जगत में शोक की लहर है। प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी, एक यूजर ने लिखा, “बॉब सिम्पसन और एलन बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को फिर से शिखर पर पहुंचाया।” न्यूजरीडर सैंड्रा सुली ने कहा, “कोई भी ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट को उनसे ज्यादा नहीं दे सका।” मार्रिकविल में जन्मे सिम्पसन की कठोर कार्यशैली और नेतृत्व ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को दशकों के बीच लोकप्रिय करने का काम किया था। अभी उनकी मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन उनकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी।