CEC INDIA: ज्ञानेश कुमार होंगे देश के नए मुख्य चुनाव आयुक्त, 18 फरवरी को रिटायर हो रहे राजीव कुमार ट्रेनों में महाकुंभ की भीड़ को लेकर राज्य सरकार ने संभाला मोर्चा: पटना जंक्शन, दानापुर, राजेंद्र नगर टर्मिनल पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त Bihar Crime: मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, बाप-बेटा मिलकर फर्नीचर दुकान में बनाते थे हथियार माई-बहिन योजना नहीं RJD विधायक की फैमिली घोटाला योजना: पत्नी,भाई,बहन के नाम पर मनरेगा जॉब कार्ड बना मोटा पैसा उठाया, जांच शुरू Bihar News: दो पक्षों के बीच झड़प के बाद बलियाडीह गांव पुलिस छाबनी में तब्दील, 40 नामजद और 60 अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज Expressway In Bihar: बिहार में एक और ग्रीन फील्ड हाईस्पीड कॉरिडोर, राज्य सरकार केंद्र को भेज रही प्रस्ताव, इन 5 जिलों को होगा सीधा लाभ Bihar Land Survey: जमीन मालिक ध्यान से पढ़ें खबर, ये कागजात नहीं है तो नहीं बनेगा आपके नाम से खतियान Bihar Crime News: दो नक्सलियों को जहानाबाद पुलिस ने दबोचा, ईंट भट्ठा मालिक से लेवी मांगने का आरोप बिहार के किसान ने बेटी-दामाद का किया स्वागत: हेलीकॉप्टर से घर बुलवाया, बैंड बाजे के साथ आरती उतारी, पूरे इलाके में चर्चा Bihar Assembly Election 2025: 'नीतीश' की फटकार का भी JDU नेता पर असर नहीं...नेतृत्व के नियंत्रण से बाहर हुए ? सहयोगी की सीटिंग सीट पर बार-बार अड़ा रहे टांग..BJP विधायक की खोल रहे पोल
25-Jan-2025 08:00 AM
हमारे घरों में पूजा-पाठ का महत्व बहुत अधिक है, और इसे सही दिशा में करना भी उतना ही महत्वपूर्ण माना जाता है। विशेष रूप से, अगर पूजा-पाठ पूर्व दिशा में मुख करके किया जाए, तो इसके कई लाभ होते हैं, जो हमारे जीवन को बेहतर बना सकते हैं। दादी-नानी के द्वारा बताई गई बातें और उनके नियम अक्सर हमें थोड़े अजीब लग सकते हैं, लेकिन शास्त्रों और वास्तु शास्त्र में इनकी गहरी महत्वता है।
1. सूर्य की दिशा और शुभता: पूर्व दिशा को सूर्य के उदय की दिशा माना गया है, और सूर्य को प्रकाश, ऊर्जा और जीवन का प्रतीक माना जाता है। इसलिए, पूजा करते समय पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना अत्यंत शुभ होता है। सूर्य के प्रकाश से व्यक्ति को जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और शक्ति मिलती है। जब हम सूर्य के उदय की दिशा में पूजा करते हैं, तो यह हमें शौर्य और शक्ति प्रदान करता है।
2. ऊर्जा का संचार और समृद्धि: वास्तु शास्त्र के अनुसार, जब हम पूर्व दिशा की ओर मुख करके पूजा करते हैं, तो इस दिशा से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह ऊर्जा न केवल हमारे भीतर बल्कि हमारे घर और परिवार में भी सुख-शांति और समृद्धि लाती है। अगर पूजा स्थल पूर्व दिशा में हो, तो घर के वातावरण में शांति, प्रसन्नता और समृद्धि बनी रहती है।
3. मानसिक शांति और ध्यान: पूर्व दिशा में बैठकर पूजा करना मानसिक शांति और ध्यान को भी बढ़ाता है। ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार, पूर्वाभिमुख होकर पूजा करने से हमारी क्षमता और सामर्थ्य में वृद्धि होती है। यह न केवल आध्यात्मिक लाभ है, बल्कि हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
4. ज्ञान और आत्मिक उन्नति: धार्मिक मान्यता के अनुसार, पूर्वाभिमुख होकर पूजा करना ज्ञान प्राप्ति का कारण बनता है। यह दिशा हमें आंतरिक शांति और आत्मिक उन्नति की ओर मार्गदर्शन करती है। पूजा करते समय इस दिशा में बैठने से हमारे दिमाग में स्पष्टता आती है, और हम अपनी ज़िंदगी के महत्वपूर्ण निर्णयों को सही तरीके से ले सकते हैं।
पूर्वाभिमुख होकर पूजा करना न केवल एक धार्मिक परंपरा है, बल्कि यह शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभ प्रदान करता है। वास्तु शास्त्र और ज्योतिष के अनुसार, यह दिशा हमें शक्ति, समृद्धि, शांति और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है। इसलिए, यदि आप अपने पूजा स्थल की दिशा सही रखना चाहते हैं और जीवन में सुख-शांति प्राप्त करना चाहते हैं, तो पूर्व दिशा की ओर मुंह करके पूजा करना सबसे उत्तम तरीका है।