ब्रेकिंग न्यूज़

पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?

Amarnath Dham: बाबा बर्फानी का रहस्य, अमरनाथ धाम में क्यों बैठे हैं कबूतर के जोड़े

अमरनाथ धाम भगवान शिव को समर्पित एक पवित्र तीर्थ स्थल है, जो श्रद्धालुओं के लिए आस्था और मोक्ष का प्रतीक माना जाता है। बर्फ से निर्मित शिवलिंग के कारण इसे 'बाबा बर्फानी' के नाम से भी जाना जाता है।

Amarnath Dham:

Amarnath Dham: अमरनाथ धाम भगवान शिव को समर्पित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जिसे श्रद्धालु अत्यंत श्रद्धा और आस्था के साथ पूजते हैं। यह पवित्र गुफा 51 शक्तिपीठों में शामिल है और बर्फ के शिवलिंग की उपस्थिति के कारण इसे 'बाबा बर्फानी' के नाम से जाना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु इस गुफा में विराजमान शिवलिंग के दर्शन करता है, उसे मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।


अमरनाथ गुफा का धार्मिक और पौराणिक महत्व

पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान शिव ने इस गुफा में माता पार्वती को अमरत्व का रहस्य सुनाया था। ऐसा माना जाता है कि जब शिव जी यह कथा सुना रहे थे, तो गुफा में एक कबूतर का जोड़ा भी उपस्थित था। यह जोड़ा भी अमरत्व की कथा को सुनकर अमर हो गया। आज भी अमरनाथ गुफा में इस कबूतर के जोड़े की उपस्थिति को शुभ माना जाता है। श्रद्धालुओं का मानना है कि शिवलिंग के दर्शन के बाद इन दिव्य पक्षियों के दर्शन करना भक्तों के लिए अत्यंत भाग्यशाली होता है।


अमरनाथ यात्रा 2025: महत्वपूर्ण जानकारी

अमरनाथ यात्रा हर साल बड़ी धूमधाम और श्रद्धा के साथ आयोजित की जाती है। इस साल यात्रा की शुरुआत 25 जून 2025 से होगी और इसका समापन 9 अगस्त 2025 को होगा। हर साल लाखों शिव भक्त इस पवित्र यात्रा में शामिल होते हैं और बाबा बर्फानी के दर्शन कर अपने जीवन को धन्य मानते हैं।

यात्रा के दौरान, भक्तों को प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक वातावरण का अद्भुत अनुभव मिलता है। हालांकि, इस यात्रा को पूरा करने के लिए भक्तों को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार रहने की आवश्यकता होती है।


अमरनाथ यात्रा का महत्व

अमरनाथ यात्रा का महत्व केवल धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि यह आध्यात्मिकता और आस्था का भी प्रतीक है। यह यात्रा हर साल शिव भक्तों के लिए एक दिव्य अनुभव लेकर आती है। भक्त गुफा में बर्फ से निर्मित शिवलिंग और कबूतर के जोड़े के दर्शन कर खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं।

अमरनाथ यात्रा शिव भक्ति, आस्था और पवित्रता का प्रतीक है। यह गुफा और इसके अद्भुत रहस्य शिव भक्तों को भगवान शिव के दिव्य स्वरूप और उनके अमृतज्ञान की याद दिलाते हैं। श्रद्धालु हर साल इस यात्रा का बेसब्री से इंतजार करते हैं और इसे अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।

तो इस साल भी शिव भक्त अमरनाथ गुफा की यात्रा की तैयारी में जुट जाएं और बाबा बर्फानी के दर्शन कर अपने जीवन को सार्थक बनाएं।