बिहार बदलाव यात्रा के तहत गोपालगंज के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रशांत किशोर, पहले दिन चार जनसभाओं को किया संबोधित छपरा और सीवान पहुंचे तेजस्वी यादव ने शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि, परिजनों से हर संभव मदद का किया वादा BIHAR: मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, सेकेंड्री लोडिंग प्वाइंट से होगी आपूर्ति बिहार में MSP पर दलहन-तेलहन खरीद के लिए नई व्यवस्था होगी लागू, बाजार मूल्य की अनिश्चितता से किसानों को मिलेगी राहत Bihar Crime News: बिहार में लूटपाट के दौरान युवक को मारी गोली, घर लौटने के दौरान बदमाशों ने बीच रास्ते में घेरा Bihar News: बिहार के इस जिले में 1000 करोड़ की लागत से सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई की होगी स्थापना, 200 एकड़ में लगेगा उद्योग...500 लोगों को रोजगार Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान
1st Bihar Published by: KHUSHBOO GUPTA Updated Mon, 10 Feb 2025 09:37:06 AM IST
'यमुना के श्राप के कारण हुई AAP की हार' - फ़ोटो google
LG remark on AAP defeat: दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार के बाद आतिशी उपराज्यपाल वीके सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंपने पहुंची। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आतिशी से कहा कि आम आदमी पार्टी की हार यमुना मैया के श्राप की वजह से हुई है। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने आतिशी से कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पहले ही इस श्राप के बारे में आगाह किया था। एलजी का दावा है कि सुप्रीम कोर्ट से यमुना की सफाई परियोजना को रुकवाने के कारण यह श्राप लगा। राजभवन के सूत्रों के अनुसार, आतिशी ने एलजी की इस टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
दरअसल यमुना में प्रदूषण के हाई लेवल को देखते हुए जनवरी 2023 में, राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने नदी के कायाकल्प की निगरानी के लिए एलजी के अधीन एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था। जैसे ही पैनल ने अपना काम शुरू किया, केजरीवाल ने अपना समर्थन जताया और सहायता की पेशकश की। लेकिन बाद में दिल्ली सरकार ने एनजीटी के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। इसमें वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने तर्क दिया कि एक डोमेन एक्सपर्ट को पैनल का नेतृत्व करना चाहिए। यह रोक अब दो साल से अधिक समय से लागू है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केजरीवाल से मुलाकात के दौरान सक्सेना ने आप प्रमुख से कहा कि उन्हें यमुना के अभिशाप का सामना करना पड़ेगा।
दरअसल सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली सरकार के रुख में बदलाव के पीछे नौकरशाही का तर्क केजरीवाल के इस डर को माना जा रहा है कि अगर इस परियोजना को एलजी के अधीन लागू किया गया तो इसका श्रेय आप को नहीं मिलेगा। 2015 में केजरीवाल ने पांच साल के भीतर यमुना को साफ करने का वादा किया था, लेकिन ठोस कदम उठाने में विफल रहे। वहीं वादे को पूरा न कर पाना दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार में एक बड़ा मुद्दा बन गया। यमुना की सफाई का मुद्दा दिल्ली विधानसभा चुनाव में बड़ा विषय बना और बीजेपी ने इसे जोरशोर से उठाया, जिसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने भी AAP पर तंज कसा था। बीजेपी ने इस पर केजरीवाल का मजाक भी उड़ाया और मतदाताओं को याद दिलाया कि 2025 तक यमुना का पानी इतना साफ हो जाएगा कि वे खुशी-खुशी उसमें डुबकी लगाएंगे।