ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Weather: बिहार में अगले 2-3 दिन बिगड़ा रहेगा मौसम, IMD ने जारी की चेतावनी MS Dhoni Action Avatar: धोनी का नया अवतार! माधवन संग ‘द चेज’ टीजर में मचाई धूम, फैंस कन्फ्यूज MS Dhoni Action Avatar: धोनी का नया अवतार! माधवन संग ‘द चेज’ टीजर में मचाई धूम, फैंस कन्फ्यूज Bihar News: राज्य की सांस्कृतिक विरासत का विश्व में बजेगा डंका, बिहार संग्रहालय और नालंदा विश्वविद्यालय के बीच हुआ ऐतिहासिक करार Zakir Khan: जाकिर खान ने अनाउंस किया शोज से लंबा ब्रेक, पिछले एक साल से है परेशान; जाने... क्या है वजह? Purnea News: पूर्णिया के सरकारी अस्पताल में नहीं मिला बेड, महिला ने फर्श पर दिया बच्चे को जन्म, नर्स पर पैसे मांगने का आरोप Purnea News: पूर्णिया के सरकारी अस्पताल में नहीं मिला बेड, महिला ने फर्श पर दिया बच्चे को जन्म, नर्स पर पैसे मांगने का आरोप केंद्रीय कर्मचारियों के लिए खुशखबरी: इतना परसेंट बढ़ सकता है DA, सरकार जल्द करने वाली है एलान केंद्रीय कर्मचारियों के लिए खुशखबरी: इतना परसेंट बढ़ सकता है DA, सरकार जल्द करने वाली है एलान Chandra Grahan 2025: आज है साल का आखिरी चंद्रग्रहण, जानें... राशियों पर क्या होगा असर?

Bhupesh Baghel: पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे के ठिकानों पर ED की रेड, एकसाथ 15 जगह छापेमारी से हड़कंप

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 10 Mar 2025 10:22:58 AM IST

Bhupesh Baghel

- फ़ोटो google

Bhupesh Baghel: छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। ईडी की टीम पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे 15 ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी की है। माना जा रहा है कि ईडी पूर्व सीएम के बेटे पर शिकंजा कस सकती है।


जानकारी के मुताबिक, ईडी की टीम ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के ठिकानों पर छापेमारी की है। छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाले में ईडी की जांच के दौरान पूर्व सीएम के बेटे चैतन्य का नाम सामने आया था। सुबह-सुबह पूर्व सीएम के बेटे के ठिकानों पर छापेमारी से हड़कंप मच गया है।


बता दें कि इस मामले में ईडी पहले भी बड़े एक्शन ले चुकी है। ईडी ने पिछले साल कई आरोपियों की 205.49 करोड़ रुपए की चल और अचल संपत्ति को जब्त कर चुकी है। साल 2017 में शराब खरीद और बिक्री के लिए CSMCL बनाई गई ती लेकिन सरकार बदलने के साथ ही यह सिंडिकेट के हाथ का खिलौना बन गया था।


आरोप है कि नियमों को ताक पर रखकर CSMCL के सभी कामों के टेंडर सिंडिकेट के लोगों को ही दिए जा रहे थे। सिंडिकेट ने इसमें बड़ा कमीशन कमाया जिसमें राजनीतिक दलों का भी हिस्सा था।