PATNA : स्थानीय निकाय कोटे से बिहार विधान परिषद की सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर एनडीए में जबरदस्त खींचतान चल रही है. एनडीए के सभी घटक दल अभी इस मसले पर टेबल टॉक की स्थिति में नहीं पहुंच पाए हैं लेकिन इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी ने अपनी सीटिंग 13 सीटों पर उम्मीदवार देने का फैसला कर लिया है. जेडीयू को बीजेपी ने 11 सीटों पर संतोष करने के लिए कह दिया है.
हालांकि जेडीयू की तरफ से 50-50 के फार्मूले पर बंटवारे की मांग की जा रही थी. एनडीए में चल रहे इस खींचतान के बीच वीआईपी अध्यक्ष और मंत्री मुकेश सहनी के लिए बुरी खबर है. बीजेपी वीआईपी पार्टी को विधान परिषद चुनाव में एडजस्ट नहीं करने जा रही. आज डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद ने इसे साफ कर दिया.
दरअसल, बिहार विधान परिषद चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर जब डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद से आज सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे पर बातचीत जारी है. हमने अपनी सीटों पर फैसला कर लिया है और जेडीयू को उनके सीटों के बारे में बता दिया गया है. जल्द ही इस पर अधिकारिक ऐलान हो जाएगा.
यह पूछे जाने पर कि क्या वीआईपी पार्टी को भी विधान परिषद चुनाव में एडजस्ट किया जाएगा, तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि हमारा विधान परिषद चुनाव में वीआईपी के साथ कोई समझौता नहीं रहा है. उल्टे हमने ही मुकेश सहनी को संख्या नहीं होने के बावजूद विधान परिषद भेजा. आज वह विधान परिषद के सदस्य और बिहार सरकार के मंत्री हैं.
तार किशोर प्रसाद के इस बयान के साथ ही यह स्पष्ट हो गया है कि मुकेश सहनी की पार्टी को फिलहाल बीजेपी विधान परिषद चुनाव में एडजस्ट नहीं करने जा रही. हालांकि पशुपति कुमार पारस की रालोजपा और जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को लेकर अभी बीजेपी ने चुप्पी साध ली है. जाहिर है विधान परिषद चुनाव में मामला भले ही 50-50 का ना हो लेकिन 13 और 11 के फार्मूले के साथ बीजेपी और जेडीयू सीटें आपस में बांट लेना चाहते हैं.