PATNA : भ्रष्टाचार को लेकर नीतीश सरकार के जीरो टॉलरेंस की पोल आज बिहार विधानसभा में खुल गई ग्रामीण कार्य विभाग के उच्च भ्रष्टाचारी इंजीनियर का मामला. आज विधानसभा में उठा भ्रष्टाचारी इंजीनियर के पास से लगभग 70 लाख रुपए बरामद किए गए थे. दरभंगा में तैनात ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता अनिल कुमार के पास से ₹6500000 नगद बरामद किए गए थे. उसके बाद भी उनके ऊपर कोई एक्शन नहीं लिया गया.
इस मामले को आज विधानसभा में बीजेपी विधायक के संजय सरावगी ने उठाया. संजय सरावगी ने जब अधीक्षण अभियंता के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं किए जाने की जानकारी सदन में दी, तो ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज्य सरकार का जवाब देने के लिए सामने आए. मंत्री जयंत राज ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया तो स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने भ्रष्टाचारी इंजीनियर के खिलाफ लिए गए एक्शन की जानकारी देने को कहा. जब मंत्री जयंत राज बगल में झांकने लगे तो स्पीकर ने उन्हें कड़े शब्दों में एक्शन के लिए कहा इसके बावजूद भी विधानसभा में हंगामा नहीं थमा, तो विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विधानसभा कमेटी से जांच कराने की घोषणा कर दी.
बता दें मुजफ्फरपुर में ग्रामीण कार्य विभाग दरभंगा में कार्यरत एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अनिल कुमार (Engineer Anil kumar) के ठिकाने से 49 लाख रुपये और बरामद हुए थे. साथ ही उसके स्कार्पियो से 18 लाख रुपये मिले थे. इस तरह सरकारी अधिकारी की गाड़ी से कुल बरामद राशि 67 लाख रुपये हुई.
इस मामले में SSP जयंत कांत के निर्देश पर ASP वेस्ट सैयद इमरान मसूद ने पुलिस टीम के इंजीनियर के दरभंगा स्थित निजी क्वार्टर पर छापेमारी की. सरकारी अधिकारी के आवास से पुलिस बल को 48 लाख रुपये कैश और प्रोपर्टी के कागजात मिले. वहीं पूछताछ में इंजीनियर ने बताया था कि वह दरभंगा से कैश लेकर पटना अपने आवास पर जा रहा था. इसी दौरान पुलिस ने उसे रास्ते में दबोच लिया. इसके अलावा पैसा कहां से आया इस संबंध में पुलिस ने जानकारी नहीं दी. पुलिस अधिकारी की मानें तो इस बात की संभावना अधिक है कि उक्त रुपये उसने अवैध तरीके से कमाए होगें.