PM मोदी के गढ़ में प्रियंका की दहाड़, मंत्री अजय मिश्र से मांगा इस्तीफा, बोलीं.. लड़ाई जारी रहेगी

PM मोदी के गढ़ में प्रियंका की दहाड़, मंत्री अजय मिश्र से मांगा इस्तीफा, बोलीं.. लड़ाई जारी रहेगी

DESK : पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा खूब गरजीं. उन्होंने आज किसान न्याय रैली को संबोधित किया. इसी के साथ प्रियंका गांधी ने वाराणसी से यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के प्रचार का बिगुल भी फूंक दिया. मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,  दीपेंद्र हुडा समेत और कई लोग भी पहुंचे.  




रैली को संबोधित करने से पहले प्रियंका गांधी ने देवी दुर्गा का आह्वान किया और मंत्रों का उच्चारण कर जयकारे लगाए. प्रियंका गांधी ने कहा कि कोरोना के समय लोगों को ये उम्मीद नहीं थी कि ये सरकार उनकी मदद करेगी. उसके बाद हाथरस में अपराध हुआ. सरकार ने अपराधियों को नहीं रोका. सरकार ने परिवार के सदस्यों को अपनी बेटी की चिता जलाने से रोका. उस परिवार ने मुझसे कहा कि दीदी हमें न्याय चाहिए, लेकिन हम न्याय की उम्मीद नहीं कर सकते.


उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी में जो हुआ. इस देश के गृह राज्यमंत्री के बेटे ने अपने गाड़ी के नीचे 6 किसानों को निर्ममता से कुचल दिया और सब परिवार, 6 के 6 परिवार कहते हैं कि हमें पैसे नहीं चाहिए, हमें मुआवजा नहीं चाहिए, हमें न्याय चाहिए. लेकिन हमें न्याय दिलवाने वाला नहीं दिख रहा है. सरकार मंत्री और उसके बेटे को बचाने में लगी रही. विपक्षी नेताओं को रोकने में लगी रही. मैंने रात में जाने की कोशिश की तो पुलिस लगी रही. लेकिन अपराधी को पकड़ने के लिए एक भी पुलिसवाला नहीं निकला. अपराधी को उन्होंने निमंत्रण भेजा. 




उन्होंने कहा- आपने कहीं देखा है कि एक इंसान 6 लोगों की हत्या कर दे और उनसे पुलिस कहे कि आइए हमसे बात करिए. कभी भी किसी भी देश और दुनिया के इतिहास में नहीं हुआ होगा. यहां के मुख्यमंत्री मंच पर बैठकर उस मंत्री का बचाव कर रहे हैं, जिसके बेटे ने ऐसा काम किया है. जो प्रधानमंत्री लखनऊ आ सकते थे आजादी के प्रदर्शन को देखने के लिए, वो दो घंटे की दूरी पर लखीमपुर नहीं जा सकते थे उन किसानों के आंसू पोंछने के लिए. 


प्रियंका ने कहा इस देश को किसान ने सींचा है. किसान के बेटे हैं जो हमारी सुरक्षा कर रहे हैं. ये देश क्या है? ये देश एक आस्था है, एक उम्मीद है, न्याय की उम्मीद पर इस देश को आजादी मिली. जब महात्मा गांधीजी आजादी की लड़ाई लड़ने गए तो उनके दिल में था कि सबको न्याय मिलना चाहिए. न्याय पर हमारा संविधान आधारित है, लेकिन इस देश में न्याय की उम्मीद सब छोड़ चुके हैं.


प्रियंका गांधी ने महंगाई के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि पेट्रोल 100 के पार चला गया. एलपीजी एक हजार के पार चला गया. बिजली का दाम तीन बार बढ़ा दिया जिनके घर में बिजली नहीं उनके घर में भी बिजली का बिल आता है. ऐसे दिनों की किसी ने कल्पना नहीं की थी. केवल बड़े-बड़े पोस्टरों में दिखावा होता है.


रैली में प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस के जितने भी कार्यकर्ता हैं, किसी से नहीं डरते हैं. हमें जेल में डालिए, हमें मारिए, हमें कुछ भी कर लीजिए, हम लड़ते रहेंगे, जब तक गृह राज्यमंत्री इस्तीफा नहीं देंगे, हम लड़ते रहेंगे, हिलेंगे नहीं.