वापसी के बाद कोरोना पहले से ज्यादा मजबूत, 40 फीसदी मरीजों को आईसीयू में एडमिट कराना पड़ रहा

वापसी के बाद कोरोना पहले से ज्यादा मजबूत, 40 फीसदी मरीजों को आईसीयू में एडमिट कराना पड़ रहा

PATNA : देश में दूसरी लहर के साथ वापस आए कोरोना वायरस को पहले से ज्यादा मजबूत माना जा रहा है. कोरोना के मौजूदा मरीजों की सेहत में सुधार देरी से हो रहा है और किसी की वजह से रिकवरी रेशियो भी घटा है. कोरोना के नए मरीजों में से 40 फ़ीसदी को अब आईसीयू में एडमिट करने की जरूरत पड़ रही है.

राजधानी पटना में कोरोना के नए मरीजों की स्थिति और उनके इलाज को देखते हुए यह बात कही जा सकती है. पटना में कोरोना के जो नए मरीज पाए जा रहे हैं उनमें से ज्यादातर को अब अस्पताल में एडमिट करने की जरूरत पड़ रही है. तकरीबन 40 फ़ीसदी मरीज ऐसे हैं जिन्हें आईसीयू में एडमिट करना पड़ रहा है. पटना के हर इलाके में कोरोना के नए मरीजों का मिलना जारी है. एजी कॉलोनी, शास्त्री नगर, एसपी वर्मा रोड, सगुना मोड, पटेल नगर, गांधी मैदान, फ्रेजर रोड कोई भी ऐसा इलाका नहीं है जहां कोरोना के नए मरीज नहीं मिल रहे हैं. शुक्रवार को पटना में कोरोना के कुल 211 नए मरीज मिले हैं जिनमें एम्स के 3 डॉक्टर भी शामिल है.

डॉक्टरों का मानना है कि बदला हुआ मौसम कोरोना को उसके अनुकूल वातावरण दे रहा है. इसी वजह से अब वे रिकवरी भी देरी से हो रही है. सर्दी के मौसम में बुजुर्गों और बच्चों को पहले से ही खांसी जुकाम की शिकायत रहती है और ऐसे में अब अगर उन्हें कोरोना संक्रमण हो जाता है तो रिकवरी होने में 16 से 17 दिन का वक्त लग रहा है. पहले कोरोना के मरीज 12 से 14 दिन में रिकवर हो जाते थे लेकिन अब ऐसा संभव नहीं हो पा रहा.