उत्पाद विभाग की टीम के साथ हाथापाई, पुलिस पर वसूली का आरोप

उत्पाद विभाग की टीम के साथ हाथापाई, पुलिस पर वसूली का आरोप

SUPAUL: दुकानदार से मारपीट और गालीगलौज करने से नाराज लोगों ने छापेमारी करने पहुंची उत्पाद विभाग की टीम के साथ हाथापाई की। पुलिस पर पैसे की वसूली करने का आरोप लगाया। लोगों का आरोप है कि वसूली के लिए बार-बार छापेमारी की जाती है। 


सुपौल में अवैध वसूली के लिए रेड मारना उत्पाद विभाग की टीम को आज महंगा पड़ गया। गुस्साएं लोगों ने उत्पाद विभाग की टीम के साथ हाथापाई की। हाथापाई का विडियो सामने आया है। जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के डपरखा स्थित कोशी कॉलोनी चौक की है जहां रविवार की दोपहर त्रिवेणीगंज उत्पाद विभाग की टीम एक पान की दुकान पर छापेमारी करने पहुंची थी। 


छापेमारी में कुछ भी आपत्तिजनक सामान नहीं मिलने के बाद भी पान दुकानदार को जबरन टीम ने पकड़ लिया और उसे अपने साथ ले जाने लगी। जिसका लोगों ने विरोध करना शुरू किया। लोगों ने उत्पाद पुलिस टीम के गिरफ्त से जबरन दुकानदार को छुड़ा लिया। इस दौरान उत्पाद विभाग की टीम और स्थानीय लोगों के बीच हाथापाई होने लगी। जिसके बाद उत्पाद विभाग की टीम ने पीड़ित को छोड़ दिया और वहां से चले गए। घटना के संबंध में पीड़ित पान दुकानदार रमेश कुमार ने बताया कि अचानक त्रिवेणीगंज उत्पाद पुलिस टीम उसकी दुकान पर पहुंची और कहने लगे कि तुम कोरेक्स कफ सीरप बेचते हो। 


जब हमने कहा कि यह बात गलत है आप सर्च कर लीजिए। जिसके बाद पुलिस ने दुकान की तलाशी शुरु की लेकिन कुछ भी आपत्तिजनक सामान नहीं मिला। इसके बाबजूद पुलिस कर्मी दस हज़ार रूपए की मांग करने लगे। मना करने पर जबरन गाड़ी पर बिठाकर ले जाने लगे। जिसके बाद लोगों ने इसका विरोध किया और मुझे छुड़ाया। इस दौरान उत्पाद विभाग की टीम ने उनके साथ मारपीट की और गाली गलौज भी किया। पीड़ित ने कहा कि छापेमारी करने पहुंची पुलिस टीम हमसे बार-बार रूपये की मांग कर रहे थे। इससे पहले भी कई बार मेरे दुकान पर छापेमारी की गई थी। लेकिन जब कुछ नहीं मिला तब पुलिस जबरन पैसे की मांग करने लगे। 


वहीं घटना को लेकर त्रिवेणीगंज मद्य निषेध के थानाध्यक्ष विष्णुदेव यादव ने बताया कि हम सुपौल में कुछ कागजी काम के सिलसिले में आए हैं। घटना के बारे में सुनने में आया है लेकिन पूछ रहे है तो संबंधित टीम घटना की जानकारी नहीं दे रहे है। वायरल वीडियो के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि त्रिवेणीगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से भी घटना की जानकारी मिली हैं। बताया कि मामला यह था कि सूचना मिली थी कि वहां कोडिनयुक्त कफ सिरप बेचा जाता है लेकिन छापेमारी के दौरान कुछ भी नहीं मिला। वो घटना की पूरी जानकारी ले रहे है। बहरहाल घटना का विडियो सामने आने के बाद फिर से एक बार पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो रहा है। लोगों में इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी है।