DESK: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा 2021 के अंतिम परिणामों की घोषणा कर दी है। इस बार भी यूपीएससी में बिहार के अभ्यर्थियों का जलवा देखने को मिला। कटिहार के शुभंकर प्रत्यूष पाठक को 11वीं रैंक तो वही मुंगेर की अंशु प्रिया यादव को 16वीं रैंक मिला है। खगड़िया के पौरुष खेरिया ने 542वां रैक लाकर जिले का नाम रोशन किया है। वही पटना के बिस्कोमान कॉलोनी के रहने वाले आशीष ने 23वां स्थान हासिल किया है। जबकि कटिहार के अमन को 88 वां रैंक मिला है। रोहतास के अमन आकाश ने 360वां रैंक हासिल किया है। जबकि मुजफ्फरपुर के विशाल कुमार को 484वां रैक मिला है। वही मुजफ्फरपुर के ही मीनापुर के टेंगराहां के अभिनव कुमार को 146 रैंक मिला है। सुपौल जिले से शिक्षक पुत्र विद्यासागर ने इस परीक्षा में 272वां स्थान प्राप्त किया है। सहरसा की शैलजा ने 83वां रैंक तो वही औरंगाबाद की शुभ्रा ने UPSC में 197 वां रैंक हासिल किया है। बच्चों की सफलता से परिजन काफी खुश है। घर पर बधाई देने के लिए लोग पहुंच रहे हैं और मिठाइयां खा रहे हैं।
सबसे पहले हम बात राजधानी पटना के बिस्कोमान कॉलोनी निवासी आशीष की करते हैं जिन्होंने पहले अटेम्प्ट में ही यूपीएसपी में 23वां स्थान हासिल किया है। सिटी कॉर्पोरेशन की नौकरी छोड़कर आशीष यूपीएससी की तैयारी में जुटे हुए थे। आशीष के पिता हरेंद्र सिंह शेखपुरा के बरबीघा में ITI कॉलेज चलाते हैं। आशीष के पापा ने बताया कि उनका बेटा बचपन से ही मेधावी छात्र था। 10वीं और 12वीं बोर्ड में आशीष को 99% से ज्यादा अंक मिले थे। 12वीं तक की पढ़ाई उसने पटना के मरचामरची स्थित सरस्वती विद्या मंदिर से की है। जिसके बाद आईआईटी की तैयारी की जिसमें वे कामयाब रहे।
वही कटिहार के शुभंकर प्रत्यूष पाठक ने 11वां रैंक हासिल किया है। प्रत्यूष के पिता आरके पाठक भारत सरकार में तकनीकी विकास बोर्ड में सचिव हैं। आईआईटी धनबाद से प्रत्यूष ने बीटेक की पढ़ाई की है। जबकि मुंगेर की अंशु प्रिया यादव को 16वीं रैंक मिला है। उनके पिता शैलेंद्र कुमार यादव सरकारी शिक्षक हैं।
खगड़िया का लाल पौरुष खेरिया ने यूपीएससी में 542 वां रैक लाकर किया खगड़िया का नाम रोशन करने का काम किया है। रिजल्ट आने के बाद परिजनों में खुशी का माहौल है। हालांकि पौरुष खेरिया अभी दिल्ली में है। खगड़िया में परिवार के लोग एक दूसरे को मिठाई खिलाकर पौरुष की सफलता की बधाई दे रहे हैं। पौरुष खेरिया के पिता का कहना है कि उनका बेटा देहरादून से मैट्रिक और इंटर की परीक्षा पास करने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद यूपीएससी की तैयारी कर इस बार बाजी मारी है। पहले भी वह बीपीएससी में पास कर डीएसपी रैंक मिला था लेकिन यूपीएससी उसके प्राथमिकता में था। पौरुष की कामयाबी से उनकी मां काफी खुश है। आस-पास के लोगों भी बधाई देने के लिए घर पर पहुंच रहे हैं।
वहीं, कटिहार के अमन को 88वां मिला है। उनके पिता दुर्गा लाल अग्रवाल कटिहार के राज हाता के रहने वाले हैं। नवादा के आलोक रंजन को 346वां स्थान मिला है। वे रोह प्रखंड के गोरिहारी गांव के रहने वाले हैं। जबकि रोहतास के अमन आकाश ने 360वां रैंक प्राप्त किया है। अमन बिक्रमगंज शहर के शांति नगर इलाके के रहने वाले हैं। इनकी प्रारंभिक शिक्षा बिक्रमगंज के गांधी इंटर स्कूल से हुई थी। इसके बाद इंटरमीडिएट सैनिक स्कूल से किया था। अमन ने मध्य प्रदेश में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर पद पर कार्यरत हैं और बैंक में काम करते हुए उन्होंने यूपीएससी में सफलता हासिल की है।
अब बात बिहार के मुजफ्फरपुर के लाल की करते हैं। मुजफ्फरपुर के मीनापुर प्रखंड के मुकसुदपुर के रहने वाले विशाल कुमार ने 484वां रैंक हासिल किया है। विशाल के पिता मजदूरी किया करता थे उनकी मौत के बाद परिवार कर्ज में डूब गया था। मैट्रिक की परीक्षा में विशाल जिले में टॉपर था। जिसके बाद पूर्व DGP अभयानंद के मार्गदर्शन में पढ़ाई की और IIT कानपुर में केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद वह यूपीएससी की तैयारी करने लगा। वहीं मुजफ्फरपुर के ही मीनापुर के टेंगराहां के अभिनव कुमार को 146 रैंक मिला है। मुजफ्फरपुर जिले के दो अभ्यर्थियों ने यूपीएससी में सफलता हासिल की है। दोनों के घर पर जश्न का माहौल है। परिवार से मिलने आने वालों का तांता लगा हुआ है लोगों ने मिठाईयां खाई और यूपीएससी में सफलता प्राप्त करने पर बधाइयां दी।
सुपौल के विद्यासागर ने इस परीक्षा में 272वां स्थान प्राप्त किया है। सदर प्रखंड के हरदी निवासी सह मध्य विद्यालय सरीह मलिकाना के शिक्षक हरिनंदन यादव के पुत्र विद्यासागर ने दूसरी बार यूपीएससी में सफलता हासिल की है। साल 2020 में भी उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में 634 रैंक प्राप्त किया था। बीपीएससी की 64वीं संयुक्त परीक्षा में विद्यासागर ने पहले में ही प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया था।
सहरसा की शैलजा ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 83वां रैंक हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है। एमएलटी कालेज रसायन शास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ अजय कुमार दास और सहायक अतिथि प्राध्यापक वनस्पति शास्त्र विभाग अर्चना दत्ता की बेटी की सफलता से इलाके के लोग भी खुश हैं। शैलजा ने यह सफलता दूसरी प्रयास में हासिल किया है। पिछले बार वह साक्षात्कार तक ही पहुंची थी लेकिन उसने मेहनत जारी रखा और इस साल बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए शैलजा ने आखिरकार सफलता हासिल की।
औरंगाबाद की शुभ्रा ने UPSC में पाया 197 वां रैंक हासिल किया है। 5 बहनों में दूसरे स्थान की बहन शुभ्रा ने इसके पूर्व भी यूपीएससी की परीक्षा में 308वां रैंक लाया था और फिलहाल जयपुर में इंडियन पोस्ट्स एंड टेलीकॉम फिनांस सर्विस में बतौर अधिकारी पदस्थापित है। शुभ्रा ने पहली बार में आईआईटी की परीक्षा भी पास की थी। मगर अच्छा रैंक नहीं आने की वजह से वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई नहीं कर सकी।उसने पॉलिटिकल साइंस को आगे की पढ़ाई का विषय चुनते हुए उसमें एमए और फिर पीएचडी भी की। इसी बीच यूपीएससी में चयनित हो गयी। मगर उसकी इच्छा विदेश सेवा में जाने की थी। जिसे उसने आखिरकार हासिल कर ही लिया। उसकी इस उपलब्धि से परिवार ही नहीं बल्कि पूरे औरंगाबाद जिले के लोग खुश हैं और शुभ्रा के उज्जवल भविष्य की कामना कर रहे हैं।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी होने के साथ ही बधाईयों का सिलसिला भी जारी है। इस बार की परीक्षा में टॉप टेन में 4 लड़कियां शामिल हैं। बात यदि सेकेंड टॉपर की करें तो वो बिहार की ही रहने वाली हैं। बिहार के मधेपुरा जिला निवासी अंकिता अग्रवाल सेकेंड टॉपर बनीं हैं। यूपीएससी टॉपर्स में पहला रैंक श्रुति शर्मा का हैं जबकि अंकिता अग्रवाल सेकेंड टॉपर, गामिनी सिंगला थर्ड टॉपर और एश्वर्या वर्मा फोर्थ टॉपर बनीं हैं। टॉप 10 में 4 लड़कियों ने बाजी मारी है। टॉपर श्रुति शर्मा बिजनौर की रहने वाली हैं। जबकि सेकेंड टॉपर अंकिता अग्रवाल बिहार के मधेपुरा जिले के बिहारीगंज की मूल निवासी हैं। बिहारीगंज में उनका पैतृक घर है। प्रारंभिक पढ़ाई बिहारीगंज में ही हुई थी। इसके बाद उच्च शिक्षा कोलकाता व दिल्ली में प्राप्त की। वर्तमान में उनका परिवार कोलकाता में रहता है। पिता मनोहर अग्रवाल कोलकाता में हार्डवेयर के व्यवसायी हैं।
औरंगाबाद की शुभ्रा
रोहतास के अमन आकाश
मुंगेर की अंशु प्रिया यादव
पटना का आशीष
सहरसा की शैलजा
सुपौल का विद्यासागर
अंकिता अग्रवाल