खरमास में ही शुरू हो गया बिहार में खेला, जेडीयू के द्वार पहुंचे आरजेडी नेता

खरमास में ही शुरू हो गया बिहार में खेला, जेडीयू के द्वार पहुंचे आरजेडी नेता

PATNA : बिहार में राष्ट्रीय जनता दल जातीय जनगणना के मुद्दे पर जनता दल यूनाइटेड पर डोरे डाल रहा है. जबसे बीजेपी ने यह बात कही है कि उसका एजेंडा जेडीयू से अलग है तबसे राजद के नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अंतरात्मा को जगा रहे हैं. आज ही राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने नीतीश कुमार को खरी खरी सुनाकर उपेन्द्र कुशवाहा को तेजस्वी का साथ देने की बात कही थी. इसके बाद आज ही राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी जेडीयू दरबार पहुंच गये.


राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी आज जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से मिलने पहुंचे थे. जेडीयू ऑफिस से निकलने के बाद राजद प्रवक्ता ने फर्स्ट बिहार से बातचीत में बताया कि तेजस्वी यादव को पूरे बिहार की चिंता है. चाहे जातीय जनगणना हो या फिर बिहार के स्पेशल स्टेटस का मुद्दा, तेजस्वी यादव हमेशा नीतीश कुमार के साथ हैं. इसीलिए तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री जी से कहा था कि वह इस मुद्दे पर कोई स्टैंड लें.


राजद प्रवक्ता ने बताया कि तेजस्वी यादव के इस बयान का उपेन्द्र कुशवाहा ने समर्थन किया था. उपेन्द्र कुशवाहा अपना स्टैंड हमेशा क्लियर रखते हैं, चाहें वह जातीय जनगणना का मुद्दा हो या फिर विशेष राज्य के दर्जे का. जेडीयू और बीजेपी में बहुत लोग बिहार का भला चाहते हैं. इसलिए तेजस्वी यादव चाहते हैं कि जो इस मुद्दे पर एक राय रखते हैं वह साथ आयें. राष्ट्रीय जनता दल उनका साथ देगा. 


हालांकि आरजेडी प्रवक्ता उपेन्द्र कुशवाहा से किस सिलसिले में मिलने आये थे, इस पर उन्होंने स्पष्ट जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि कुशवाहा से उनका व्यक्तिगत संबंध भी है, वह नव वर्ष की शुभकामना देने आये थे. खेलकूद में लड़कों की कुछ समस्या थी वही बात करने आये थे. आज की मुलाक़ात में इन मुद्दों पर कोई बात नहीं हुई है. लेकिन उपेन्द्र कुशवाहा के स्टैंड का हमारी पार्टी स्वागत करती है.


बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जातीय जनगणना के मसले पर नीतीश सरकार की ढुलमुल नीति पर नाराजगी जताई है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि नीतीश कुमार जातीय जनगणना के मसले पर केवल नौटंकी कर रहे हैं. सर्वदलीय बैठक के नाम पर चीजों को उलझाया जा रहा है. इतना ही नहीं तेजस्वी ने यह भी कह दिया है कि नीतीश जी में उनका समर्थन लेने का साहस नहीं है क्योंकि इसके लिए कलेजा चाहिए.