उपचुनाव में 2 सीट मिलते ही सहयोगी दलों का पहलवान देखने लगे रघुवंश बाबू, महागठबंधन में शामिल नेताओं को सुनाई खरी-खोटी

PATNA : उपचुनाव में विधानसभा की 2 सीटों पर जीत हासिल करने के बाद आरजेडी का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है। जीत का असर ऐसा है कि पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह एक बार फिर से अपने सहयोगी दलों को पहलवान दिखाने की नसीहत दे रहे हैं। रघुवंश बाबू ने उपचुनाव में सहयोगी दलों के रवैए को लेकर खूब खरी-खोटी सुनाई है। 


रघुवंश बाबू ने कहा है कि बिहार की केवल 5 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव था बावजूद इसके सहयोगी दल सीट बंटवारे के लिए किचकिच करने लगे। उन्होंने कहा कि मांझी और सहनी जैसे लोग उपचुनाव में अपना उम्मीदवार देकर कुछ भी हासिल नहीं कर पाए। आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा है कि जब सहयोगी दलों के पास कोई तरीके का उम्मीदवार नहीं था तो उन्हें सीट कैसे दी जाती। रघुवंश बाबू के निशाने पर रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी रहे उन्होंने कहा कि 5 सीट मिलने के बाद लोकसभा चुनाव में दो जगह से चुनाव लड़ना क्या बताता है। सीट लेने के बाद सहयोगी दल उम्मीदवार तलाशते हैं जो गठबंधन को कमजोर करता है। 


रघुवंश बाबू ने कहा कि कांग्रेस समस्तीपुर लोकसभा सीट पर चुनाव जीत सकती थी लेकिन उप चुनाव को कांग्रेस ने आधे मन से लड़ा। आरजेडी उपाध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने खुद शक्ति सिंह गोहिल को समस्तीपुर में प्रचार के दौरान इसकी जानकारी दी थी। रघुवंश ने कहा है कि निजी स्वार्थ छोड़कर सभी गैर बीजेपी दलों को एकजुट होकर चुनाव लड़ना चाहिए।