राजद बताए नीतीश की सरकार लंगड़ी कैसे? बोले चिराग..लंगड़ा शब्द को कमजोरी का प्रतीक मानना गलत

राजद बताए नीतीश की सरकार लंगड़ी कैसे? बोले चिराग..लंगड़ा शब्द को कमजोरी का प्रतीक मानना गलत

PATNA: बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और राजद के वरीय नेता उदय नारायण चौधरी के बयान के बाद बिहार की सियासत गर्म हो गयी है। लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि जेडीयू पर तो भरोसा हम पहले से ही नहीं करते हैं लेकिन आज पता चला कि राजद के नेता भी उन पर भरोसा नहीं करते। 


लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने उदय नारायण चौधरी के बयान के बाद कहा कि एक दूसरे का हाथ पकड़कर जेडीयू और राजद ने मिलकर महागठबंधन की सरकार बनायी। आज एक दल के नेता इसे लंगड़ी सरकार कह रहे हैं। जो लोग लंगड़ा शब्द को कमजोरी का प्रतीक मानते है यह गलत सोच गलत हैं। अगर आप सोचते हैं कि आप लंगड़ी कहकर सरकार को कमजोर कहने की बात कर रहे हैं तो यह सोच गलत है। 


चिराग ने कहा कि कुछ लोग शारिरीक तौर पर संभवत सामान्य मनुष्यों की तरह सक्षम नहीं है लेकिन उनकी ताकत को कम आंकना और उदाहरण के तौर पर अपनी निजी स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करना गलत है। इन बयानों से यही लगता है कि आरजेडी के नेताओं को जेडीयू के नेतृत्व पर भरोसा ही नहीं है। चिराग ने कहा कि केवल मुझे ही जेडीयू पर भरोसा नहीं है। आज पता चला कि राजद के नेताओं को भी अपने सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड पर भरोसा नहीं है।


दरअसल बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और राजद के वरीय नेता उदय नारायण चौधरी ने महागठबंधन की सरकार को लंगड़ी सरकार तक कह दिया। जमुई के सिमुलतला में उदय नारायण चौधरी ने अपनी पार्टी की गठबंधन वाली सरकार के बारे में ऐसा कहा। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उदय नारायण चौधरी ने कहा कि तेजस्वी यादव की स्थिति अभी जो है उसके अनुसार वे पूर्ण सरकार में नहीं है, लंगड़ी सरकार में हैं, गठबंधन वाली सरकार में हैं।


उदर नारायण चौधरी ने आगे कहा कि वह जिस दिन सरकार की मेन कुर्सी पर बैठेंगे तो उनकी कही बात जरूर पूरी होगी। दरअसल सिमुलतला को प्रखंड का दर्जा दिलाए जाने का आश्वासन तेजस्वी यादव ने दिया था। उदय नारायण चौधरी से यह पूछा गया कि क्या सिमुलतला को प्रखंड का दर्जा मिलेगा तब उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव कमिटमेंट वाले नेता हैं, वो जब कमिटमेंट किये हैं तो जरूर पूरा करेंगे।