PATNA: लोक जनशक्ति रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान शनिवार की देर शाम दिल्ली से पटना पहुंचे। पटना पहुंचने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। मीडिया के इस सवाल पर कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार अपने आवास पर अल्पसंख्यकों के साथ बैठक कर रहे हैं और लोगों को एकजुट करने में लगे हैं। मीडिया के इस सवाल पर चिराग ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यदि यह चिंता 13 करोड़ बिहारियों के लिए करते तो आज तीन नंबर की पार्टी नहीं बने होते। बिहार को जाति धर्म में बांटने का काम वो करते हैं।
चिराह ने कहा कि जो अनुसूचित जाति में है और जो नीतीश का समर्थक नहीं था उसको बांटकर अलग कर दिया गया। अनुसूचित जाति को महादलित कर दिया। जब पिछड़ा वर्ग में इनका समर्थक नहीं था तब उसको पिछड़ा-अतिपिछड़ा में बाट दिया। कभी अगड़ा तो कभी पिछड़ा, महिला-पुरुष तक जो समाज को बांटने का काम करते रहते हैं। यही कारण है कि आज जेडीयू तीसरे नंबर की पार्टी बन गयी है। बिहार की तेरह करोड़ जनता नीतीश कुमार और इनकी पार्टी को नकार चुकी है। इनकी पार्टी का खाता 2024-2025 में नहीं खुल पाएगी।
वही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के उस बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि क्षेत्रीय पार्टियों को खत्म कर दिया जाएगा। इस पर चिराग ने कहा कि पार्टी और नेता सिर्फ जनता बनाती है। यह भारतीय जनता पार्टी के आईडियोलॉजी का एक हिस्सा रहा है उस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। वही बात को पलटते हुए चिराग ने आगे कहा कि मेरी पार्टी को समाप्त करने की कोशिश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की थी। जबकि हकीकत है कि जनता ही किसी को बनाती है और किसी को समाप्त करती है।
वही बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार के बयान पर कहा कि वह मेरे उम्र में बड़े हैं वह अगर बच्चा मानते हैं तो उनका आशीर्वाद मुझे मिलता रहेगा। वहीं गोपाल मंडल के द्वारा पत्रकारों को गाली-गलौज किए जाने के सवाल पर कहा कि एक नेता का यह व्यवहार बहुत शर्मनाक बात है। इस तरह के बयान की घोर निंदा मैं करता हूं। वही जाति जनगणना पर कहा कि बहुत सारी जातियों की संख्या जातीय गणना की रिपोर्ट में कम बताई गई है। जिस दिन जाति आधारित गणना को सार्वजनिक किया गया उसी दिन हमने इस पर एतराज जताते हुए कहा था कि इसका आंकड़ा सही नहीं है।
चिराग ने कहा कि जातीय गणना कैसे हुई किसी को पता नहीं है। चिराग ने मीडिया कर्मियों से अपील किया कि बिहार की आम जनता से सवाल पूछे कि आपके घर कोई जातीय गणना करने आया था। तब अधिकांश लोग यही कहेंगे कि मेरे घर पर कोई नहीं आया था। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस संबंध में दोबारा सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो इसका भी हाल शराबबंदी जैसा हो जाएगा। किसी जाति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए बिहार में इस तरह का जातीय गणना रिपोर्ट जारी की गयी है। अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति में छोटी जातियां है उनकी संख्या कम करके दिखाया गया है। पिछड़ा वर्ग में जो छोटी जातियां है उसकों भी कम करके दिखाया गया है। बंद कमरे में बैठकर आंकड़े को बनाया गया है। नीतीश कुमार पार्टी जेडीयू तीसरे नंबर की पार्टी बन गई है चुनाव में इस पार्टी का खाता भी नहीं खुलेगा।