Bihar election: कमजोर वर्ग के वोटरों की सुरक्षा को लेकर डीजीपी ने कसी कमर,कहा - दागियों-दबंगों पर होगी सख्त कार्रवाई Bihar election: बिहार चुनाव 2025: पहले चरण के मतदान से पहले पीएम नरेंद्र मोदी 2 नवंबर को पटना में करेंगे रोड शो Chhath Puja 2025: लोक आस्था का महापर्व छठ का दूसरा दिन, उपेन्द्र कुशवाहा की पत्नी ने किया खरना पूजा, छठी मईया से बिहार की तरक्की की कामना Chhath puja 2025: लगातार दूसरे दिन अजय सिंह ने छठ व्रतियों के बीच किया पूजन सामग्री का वितरण Bihar Election 2025 : जदयू विधायक दामोदर रावत का ग्रामीणों से विरोध, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल; जानिए क्या है पूरा मामला Chhath puja : पीएम मोदी ने मन की बात में दी छठ महापर्व की शुभकामनाएं, कहा - घर घर बन रहे ठेकुआ, सज रहे घाट Bihar Election 2025 : बीयर लेकर बिहार आए यूपी के पूर्व विधायक धनंजय कन्नौजिया गिरफ्तार, बीजेपी चुनाव प्रचार मामला, कोर्ट ने भेजा जेल Bihar BJP leader : पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद डॉ. संजय जयसवाल से 10 करोड़ की रंगदारी, बेटे को जान से मारने की धमकी central government employees: केंद्रीय कर्मचारियों की ग्रेच्युटी सीमा बढ़ी, इन लोगों पर नहीं लागू होंगे नियम “अक्षरा सिंह ने खेसारी लाल यादव पर बोला हमला, कहा - वो तो खुलेमाम मेरा ...,ज्योति सिंह को दिया खुला समर्थन”
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 15 Aug 2023 05:37:02 PM IST
- फ़ोटो
SITAMARHI: 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशभर में तिरंगा फहराया गया। आजादी का जश्न आज धूमधाम के साथ मनाया गया। वही बिहार के सीतामढ़ी जिले के एक सरकारी स्कूल में तिरंगा फहराया नहीं गया। बिना झंडा फहराये ही गुरूजी अपने-अपने घर लौट गये। बाद में गांव के लोगों ने ध्वजारोहण किया।
बिहार के सीतामढ़ी से एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जो रीगा प्रखंड के बुलाकीपुर गांव स्थित श्रीराम आशीष पटेल राजकीय प्राथमिक विद्यालय का बताया जा रहा है। जहां तिरंगा फहराये बगैर स्कूल के हेडमास्टर और टीचर घर चले गये। तिरंगा ठीक से फहराया भी नहीं गया। गांव वालों की नजर जब तिरंगे पर गयी तो वे भी इसे देखकर हैरान रह गये। फिर गांव के एक युवक ने रस्सी में फंसे तिरंगा को फिर से फहराया। उस वक्त गांव के कई लोग मौजूद थे।
बताया जाता है बिना ध्वजारोहण किये हेडमास्टर ने बच्चों के बीच जलेबी का वितरण कर दिया और घर चले गये। वही स्कूल के शिक्षक भी अपने-अपने घर लौट गये। ऐसा लगता है कि किसी की नजर तिरंगे पर नहीं गयी। स्कूल का सारा स्टाफ घर चला गया था तभी गांव के कुछ लोगों की नजर इस पर गई। जिसके बाद एक युवक स्कूल में पहुंचा और देखा कि झंडा बंधा हुआ है इसे फहराया नहीं गया है। बिना ध्वजारोहन किये ही हेडमास्टर और शिक्षक घर चले गये। गांव वालों ने जब स्कूल के हेडमास्टर को फोन लगाया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया और मोबाइल को बंद कर दिया। जिसके बाद गांव वालों ने तिरंगे का सम्मान करते हुए ध्वजारोहन किया।