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टिकट नहीं मिलने से राजद में विद्रोह, अब्दुल गफूर के बेटे को चिराग पासवान ने दिया सिंबल

1st Bihar Published by: Niraj Kumar Updated Sun, 18 Oct 2020 09:05:20 PM IST

टिकट नहीं मिलने से राजद में विद्रोह, अब्दुल गफूर के बेटे को चिराग पासवान ने दिया सिंबल

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SAHARSA :  बिहार विधानसभा चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी विरोधियों के दांत खट्टे करने में लगी हुई है. सीएम नीतीश को निशाना बनाने वाले लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान तेजस्वी यादव को भी टारगेट कर रहे हैं. सहरसा जिले में राजद पार्टी में विद्रोह हो गया है. महिषी विधानसभा सीट से राजद के कद्दावर नेता रहे अब्दुल गफूर के बेटे को टिकट नहीं मिलने के कारण उन्होंने लोजपा का दमन थाम लिया है. 


महिषी विधानसभा सीट से राजद के कद्दावर नेता रहे अब्दुल गफूर के बेटे मो० रज्जाक को लोजपा ने अपना सिंबल दिया है. लोजपा का सिंबल लेकर रज्जाक जैसे ही सहरसा पहुंचे लोगों ने उनका जमकर स्वागत किया. मिथिला की परंपरा के अनुसार पाग और चादर प्रदान कर उनका अभिनंदन किया गया. उनका काफिला महिषी विधानसभा क्षेत्र के महिषी ,नवहट्टा और सत्तर कटैया प्रखंड से गुजरते हुए सहरसा के लिये रवाना हुआ. 


मो० रज्जाक लोजपा की टिकट पर महिषी विधानसभा सीट से 19 अक्टूबर को अपना नामांकन करेंगे.  मो० रज्जाक तत्कालीन राजद विधायक सह पूर्व मंत्री अब्दुल गफूर के बेटे है. इनके पिता का इसी वर्ष निधन हो गया था. उनके पुत्र मो० रज्जाक पार्टी के शीर्ष राजनेताओं के आश्वासन पर अपनी नौकरी छोड़ कर पिता के विरासत को सम्हालने राजनीति में आ गये और लगातार सात महीनों तक क्षेत्र में घूमते रहे लेकिन पर जब पार्टी ने टिकट देने वक्त इन्हें नजरअंदाज किया तो इन्होंने खेमा बदल कर लोजपा की  मैदान में उतरने का फैसला किया.


उन्होंने स्पष्ट रूप से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर पीठ में खंजर मारने का आरोप लगाते हुये कहा कि लागातार सात् महीनों तक पार्टी का उम्मीदवार बनाने का आश्वासन दिया जाता रहा और अंतिम में रात के दो बजे बाहरी व्यक्ति को यहां से सिंबल दे दिया गया, जो न सिर्फ हमारे साथ धोखा है बल्कि समग्र महिषी की जनता के साथ धोखा है.


उन्होंने कहा कि उनको टिकट किसी को भी देना था चाहे यादव, कुर्मी, दलित, पिछड़ा या  अल्पसंख्यक को ही तो क्षेत्र के लोगों को देना चाहिये पर बाहरी व्यक्ति को टिकट देकर इस क्षेत्र के महान जनता के साथ धोखा किया. यही वजह था कि मैं अपने पिताजी के सिद्धांतों को नजर अंदाज कर एक फैसला लिया हूँ लेकिन मेरा पूरा प्रयास रहेगा कि मैं अब नये सिरे से शुरुआत करूं.