टिकट के बदले 5 करोड़ लेने के आरोप पर बोले तेजस्वी- किसी ऐरा गैरा के FIR पर मुझे कुछ नहीं बोलना... उसी से पूछिए इतना पैसा लाया कहां से

टिकट के बदले 5 करोड़ लेने के आरोप पर बोले तेजस्वी- किसी ऐरा गैरा के FIR पर मुझे कुछ नहीं बोलना... उसी से पूछिए इतना पैसा लाया कहां से

PATNA : आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर लोकसभा चुनाव में टिकट देने के बदले 5 करोड़ रुपये लेने का गंभीर आरोप लगाया गया है. इसे लेकर तेजस्वी और लालू की बड़ी बेटी मीसा भारती के अलावा बिहार के अन्य बड़े नेताओं समेत 6 लोगों पर पटना के कोतवाली थाना में केस किया गया है. दो दिवसीय झारखंड दौरे से लौटने के बाद तेजस्वी यादव ने अपने ऊपर हुए मुक़दमे को लेकर पहली प्रतिक्रिया दी है.


दो दिवसीय झारखंड दौरे से लौटने के बाद पटना एयरपोर्ट पर तेजस्वी यादव ने मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब दिया. लोकसभा चुनाव में टिकट देने के बदले 5 करोड़ रुपये लेने के आरोप पर तेजस्वी ने कहा कि वे किसी ऐरा गैरा के मुक़दमे पर कुछ भी नहीं बोलना चाहते. पुलिस अपना काम कर रही है. तेजस्वी ने कहा कि वे चाहते हैं कि इस मामले की अच्छे तरीके से जांच हो.


पटना एयरपोर्ट पर मीडियाकर्मियों के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि "Any Tom, Dick and Harry अगर मुकदमा या केस करता है तो इसपर हमको ज्यादा कुछ कहना नहीं है. लेकिन आपको इतना जरूर जानकारी ले लेना चाहिए कि आखिरकार उन्होंने 5 करोड़ रुपया लाया कहां से? कानून अपना काम करेगा. मैं तो चाहता हूं कि ईमानदारी से मामले की जांच हो. निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. और अगर झूठा आरोप लगाया हुआ प्रमाणित होता है तो जिसने आरोप लगाया है, उसके ऊपर गंभीर कार्रवाई होनी चाहिए."


तेजस्वी ने कहा कि "बिहार विधानसभा चुनाव के समय मेरे ऊपर मर्डर का आरोप लगाया गया था. मर्डर का केस हुआ था. हम तो पिछली बार बिहार के मुख्यमंत्री के भी कैंडिडेट थे." गौरतलब हो कि कांग्रेस नेता और अधिवक्ता संजीव कुमार सिंह ने पटना के सीजेएम की अदालत में पिछले महीने 18 अगस्त को एक परिवाद पत्र दायर किया था. 


उसमें संजीव कुमार सिंह ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, राज्यसभा सदस्य मीसा भारती और बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर, कांग्रेस के दिवंगत नेता सदानंद सिंह के बेटे सुभानंद मुकेश समेत छह लोगों पर आरोप लगाया है. इसके बाद 16 सितंबर को पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा के जरिए कोतवाली थानाध्यक्ष को केस दर्ज करने का आदेश दिया गया है. 


इन लोगों के खिलाफ आरोप है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में इन लोगों ने कांग्रेस नेता और वकील संजीव कुमार सिंह से 5 करोड़ रुपये लिए थे और भागलपुर लोकसभा का टिकट देने का वादा किया था मगर उन्हें टिकट नहीं मिला. अपनी शिकायत में संजीव कुमार सिंह ने ये भी कहा है कि लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद उन्हें इस बात का आश्वासन दिया गया था कि 2020 विधानसभा चुनाव में उन्हें महागठबंधन से टिकट मिलेगा मगर उन्हें विधानसभा चुनाव में भी टिकट नहीं मिला.


इस पूरे मामले में सीजेएम विजय किशोर सिंह ने 16 सितंबर को पटना एसएसपी उपेंद्र शर्मा को आदेश जारी किया कि सभी आरोपियों के खिलाफ कोतवाली थाने में केस दर्ज कराया जाए और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो.