KAIMUR : एक ऐसी घटना सामने आई है, जो काफी हैरान करने वाली है. दरअसल एक थानेदार का ड्राइवर उसकी नौकरानी को लेकर फरार हो गया. जिसके बाद इतना हंगामा हुआ कि दो राज्यों की पुलिस उसे ढूंढने में लग गई. आखिरकार पुलिस ने बड़ी मुश्किल से दोनों को गिरफ्तार किया.
मामला बिहार के कैमूर जिले का है. जहां पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है, जो एक थानेदार का ड्राइवर बताया जा रहा है. इस मामले में खुलासा हुआ है कि जिस ड्राइवर जितेंद्र को गिरफ्तार किया गया है, वह रांची के एक थानेदार के यहां जितेंद्र ड्राइवर के रूप में नौकरी करता था. इस बीच ड्राइवर को थानेदार के यहां काम करने वाली उसकी नौकरानी से प्यार हो गया.
बताया जा रहा है कि एक दिन थानेदार ने काफी भरोसा कर के अपने ड्राइवर को 5 लाख रुपये धनबाद पहुंचाने को दिया. 5 लाख रूपये देखते ही ड्राइवर की नियत बदल गई. जिस नौकरानी से वह प्यार करता था, स्कॉर्पियों गाड़ी में उसे लेकर वह फरार हो गया. दोनों भागकर बिहार आ गए. धनबाद पैसा नहीं पहुंचने पर थाना प्रभारी ने चालक जितेंद्र के मोबाइल पर फोन किया तो नंबर ऑफ बताने लगा. शक होने पर थाना प्रभारी ने जीपीएस की मदद ली, जिसमें जितेंद्र की लोकेशन भभुआ में मिली.
आखिरकार सोमवार को आरोपी ड्राइवर जितेंद्र को भभुआ के दुर्गावती थाने की पुलिस ने टोल प्लाजा से गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ड्राइवर जितेंद्र नौकरानी के साथ रांची से स्कॉर्पियो और पैसा लेकर बिहार आया था. इस घटना को लेकर जानकारी मिली है कि झारखंड के रांची जिले के पंडरा थाना क्षेत्र के इटकी गांव के रहने वाले महेंद्र सिंह का बेटा जितेंद्र कुमार सिंह मंडरा ओपी थाना प्रभारी पृथ्वी सैन्य दास का निजी चालक था.
थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिलते ही पुलिस कार्रवाई में जुट गई थी. चालक को स्कॉर्पियो गाड़ी व नकद रुपये के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि आगे की कार्रवाई की जा रही है.