तेजस्वी से नहीं संभल रहा विभाग ! इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर के नहीं रहने पर आग - बबूला हुए मरीज के परिजन, सदर अस्पताल में तोड़फोड़

तेजस्वी से नहीं संभल रहा विभाग ! इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर के नहीं रहने पर आग - बबूला हुए मरीज के परिजन, सदर अस्पताल में तोड़फोड़

VAISHALI : बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आज ही मंत्री पद की शपथ ली थी। तेजस्वी ने मंत्री पद के शपथ लेते ही बिहार में बड़े पैमाने पर बदलाव की बातें कही थी लेकिन आज उनके मंत्री पद के 1 साल पूरे होने के बावजूद भी उनके पास मौजूद स्वास्थ्य विभाग का वहीं हाल है जो आज से एक साल पूर्व में हुआ करता था। 


तेजस्वी के स्वास्थ्य विभाग में उन तमाम प्रयासों का दावों का आए दिन पोल खोलती हुई तस्वीरें बाहर आती है जिसमें उनके मिशन - 60 और ऐसे तमाम योजनाएं जमीनी स्तर पर सफल होते हुए नहीं दीखते हैं। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला राजधानी से सटे इलाके हाजीपुर से निकल कर सामने आया है, जहां सदर अस्पताल की बदहाली से परेशान मरीजों का सब्र का बांध अचानक से टूट गया और फिर जमकर तोड़ - फोड़ मचाई गई। 


दरअसल, वैशाली जिले के हाजीपुर सदर अस्पताल में देर रात एक मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल किया। इस दौरान अस्पताल में तोड़फोड़ भी की गई। बताया गया कि सड़क हादसे में जख्मी हुए एक युवक को इलाज के लिए परिजन लेकर जिला अस्पताल पहुंचे थे। यहां इमरजेंसी वार्ड से डॉक्टर लापता दिखे। इसके बाद युवक की मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड और डॉक्टर कक्ष में जमकर हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस भी लोगों के गुस्से को देखकर भाग गई। 


बताया जा रहा है कि, हाजीपुर सदर थाना क्षेत्र के श्रीरामपुर गांव के एक 25 वर्षीय युवक को तेज रफ्तार ट्रक ने सड़क पार करते समय टक्कर मार दी थी। इससे वह बुरी तरह जख्मी हो गया था।  परिजनों का कहना है कि अस्पताल आने के बाद स्ट्रेचर पर ही युवक की मौत हो गई। अस्पताल में डॉक्टर न होने के कारण परिजन गुस्से में थे।  स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ भी मारपीट की बात कही जा रही है. इमरजेंसी वार्ड में बेड, कुर्सी, टेबल, फ्रिज आदि को तोड़ दिया गया। 


जानकारी के अनुसार, हंगामा करने वाले मरीज के परिजनों और अन्य लोगों की संख्या 20 से 30 के आसपास होगी। घटना के बाद भारी संख्या में हाजीपुर सदर अस्पताल में पुलिस बल की तैनाती की गई। अस्पताल में मारपीट और तोड़फोड़ की खबर सुनकर सिविल सर्जन श्यामनंदन प्रसाद पहुंचे। उन्होंने   बताया कि, ये लोग मरे हुए पेशेंट को लेकर लोग अस्पताल पहुंचे थे. अस्पताल में तोड़फोड़ की गई है। काफी नुकसान हुआ है। अस्पताल से डॉक्टर के गायब होने के सवाल पर सिविल सर्जन ने कहा कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। डिप्टी सुपरिटेंडेंट को जिम्मेदारी दी गई है।