PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से पलटी मारेंगे। क्या लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार वापस से भाजपा में शामिल होंगे। बिहार की राजनीति में इन दोनों एक बार फिर से उठनी शुरू हो गई है। इसकी इसकी मुख्य वजह है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा दिल्ली में पीएम से मुलाकात करना और उसके बाद नीतीश कुमार के तरफ से मीडिया में बीजेपी के कामों की तारीफ करना।
दरअसल, बिहार के सीएम नीतीश कुमार से जब महिला आरक्षण बिल को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने तेजस्वी यादव के सामने ही भाजपा के काम की तारीफ़ करना शुरू कर दिया। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि - पास हो गया है यह तो अच्छी बात है। हम लोग तो शुरू से चाहते हैं आपको बता दिए हैं ना। अगर सर्वे करवा दिया गया होता तो लागू हो जाता ना तुरंत। सर्वे के कारण लेट हो रहा है इसको तेजी से ना करना चाहिए था। हम तक हम तो चाहते हैं कि इसको जल्दी से जल्दी लागू किया जाए इसका लाभ लोगों को मिले। हम तो चाहते हैं कि आरक्षण में भी आरक्षण मिलना चाहिए। खैर जो भी महिलाओं के लिए हो गया हम उसका समर्थन करते हैं। आते हैं कि जल्दी से जल्दी सर्वे करवा दे क्योंकि सर्वे करवाएंगे तभी ना लागू होगा अभी तो खाली पास हो गया है। तेजी से सर्वे करवा लिए होते हैं तो हो गया ना होता आज तक।
वहीं, जनगणना की बात को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि- यह बात तो अलग है। यह दूसरी प्राथमिकता है। लोग बहुत दिन ऐसे मांग कर रहे हैं इसका। हम लोग बहुत पहले से चाह रहे हैं कि देश में जाति की गणना करवाई जाए। नहीं हुआ तो 2021 में करवा लेना चाहिए था। बाद में तो में गाना ही नहीं हुआ तो जातियों की गणना क्या करवाया जाएगा। यह सब काम करवा देंगे तो कितनी सुविधा होगी। गरीब गुरुवार हर किसी को फायदा मिलेगा। सभी का विकास होगा हम लोग तो सभी का उत्थान के लिए काम करते हैं हम लोगों का तो यही उद्देश्य है। खैर यह सब तो अलग बात है लेकिन महिला के लिए हो जाए और तेजी से लागू हो जाए तो बहुत खुशी होगी हमको।
उधर, हर रोज सचिवालय आने को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि -2008 में ही हम लोगों ने तय कर दिया था कि 9:30 बजे से फिर शुरू होगा और 5:30 तक चलेगा। बीच में हम लोग नहीं जा रहे थे। इधर, हम लोग देखें कि यह लोग देर से आता है। तो हमको समझ में आया कि हमको जाना चाहिए तो आज भी गए हैं और कल भी गए थे। कर दिए हैं तीन दिन सचिवालय आएंगे। 2 दिन पर सबको भेजते हैं बाहर। पहले भी मुख्यमंत्री सचिवालय में रहते ही थे फिर से रहेंगे इसमें कौन सी नई बात है। मेरी कोई और इच्छा नहीं है मेरी इच्छा है कि सब लोग समय पर काम करें।