RANCHI: लालू प्रसाद से मुलाकात से पहले तेज प्रताप यादव का कोरोना टेस्ट कराया गया. टेस्ट में तेज प्रताप कोरोना निगेटिव निकले. जिसके बाद वह अपने पिता लालू प्रसाद से मिले. इस दौरान तेज प्रताप के साथ कई दोस्त भी गए थे, लेकिन इनलोगों को अंदर जाने की अनुमति नहीं मिली. तेजप्रताप के साथ जाने वाले लोग भी चाहते थे कि वह लालू से मिले, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. जब तेज प्रताप कोरोना टेस्ट कराने के लिए रांची के रिम्स पहुंचे तो उनके काफिले के कारण जाम की स्थिति हो गई.
लालू को कोरोना का संक्रमण का खतरा
लालू प्रसाद पर कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है. ऐसे में किसी भी बाहरी लोगों से बिना टेस्ट मुलाकात की अनुमति नहीं दी जा रही है. इसके कारण ही उनको रिम्स के पेइंग वार्ड से हटाकर रिम्स के निदेशक के बंगले में शिफ्ट किया गया है, लेकिन बंगले पर तैनात 9 पुलिसकर्मी कुछ दिन पहले ही कोरोना पॉजिटिव आ गए. जिसके संक्रमण से लालू को बचाने के लिए डॉक्टरों की चुनौती बनी हुई है. रिम्स में लालू के कई सेवादार और जांच करने वाले मेडिकल स्टाफ भी इससे पहले संक्रमित मिले थे. जिसके बाद उनको संक्रमण से बचाने के लिए बंगला पर शिफ्ट किया गया है.
लालू ने बुलाया था तेज प्रताप को
मुलाकात को लेकर तेज प्रताप यादव बुधवार को पटना से रांची के लिए रवाना हो गए. तेज प्रताप यादव ने तीन दिन पहले रघुवंश सिंह को लेकर एक कड़ा बयान देते हुए कहा था कि रघुवंश प्रसाद सिंह जैसे लोग के जाने से आरजेडी की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. तेज प्रताप ने कहा था कि अगर एक लोटा पानी निकल जाएगा तो उससे समुद्र को कोई फर्क नहीं पड़ता.तेज प्रताप के इस बयान के बाद रघुवंश प्रसाद सिंह के समर्थकों में भारी नाराजगी है. रामा सिंह एंट्री की खबरों को लेकर पार्टी से नाराज चल रहे हैं और ऐसे में तेज प्रताप यादव ने पार्टी की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं. ऐसे बयानों को लेकर ही लालू ने तेज प्रताप यादव को रांची तलब किया था.