PATNA: जातीय जनगणना कराए जाने की मांगों के बीच अब बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग एक बार फिर से तेज हो गयी है। आरजेडी नेता और हसनपुर के विधायक तेजप्रताप यादव ने इसे लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोला है। तेजप्रताप ने डबल इंजन की सरकार से यह मांग की है कि वे बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाए। पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप ने एक किस्सा भी सुनाया।
तेजप्रताप ने बताया कि बिहार में जब आरजेडी की सरकार थी तब उस वक्त देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी बिहार दौरे पर आए हुए थे। प्रधानमंत्री जी को रिसिव करने के लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, नीतीश कुमार समेत कई नेता पटना एयरपोर्ट गये हुए थे। सभी नेताओं ने अटल बिहारी वाजपेयी जी का स्वागत किया। तभी इसी दौरान लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग रख दी। लेकिन उस वक्त नीतीश कुमार इसके विरोध में थे। उन्होंने लालू-राबड़ी जी की मांग को अनसुना कर दिया।
बता दें कि विशेष राज्य का दर्जा को लेकर बिहार के मंत्री बिजेन्द्र यादव ने हाल ही में एक बयान दिया था कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग पुरानी हो चुकी है। यहां तक कि कमिटी की रिपोर्ट भी आ गई है इसके बावजूद अब तक विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला। हमलोग सरकार में है लेकिन एक सीमा होती है। अब हम विशेष राज्य के दर्जे की मांग नहीं करेंगे। बिहार के हर क्षेत्र में विशेष सहायता की जरूरत है।
वही इस मुद्दे पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह ने भी कहा कि अब आर्थिक पैकेज की बात हो रही है। जो भी प्रदेश राष्ट्रीय मानक से पीछे हैं, उन्हें विशेष सहायता मिलनी चाहिए। हमारे नेता नीतीश कुमार इस बात को बराबर उठाते रहे हैं। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाए जाने की मांग अब तेजप्रताप कर रहे हैं। तेजप्रताप ने केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार की इस मांग को डबल इंजन की सरकार दिलाने का काम करे।