DELHI : बीते साल में बिहार विधानसभा चुनाव में 5 सीटों पर जीत हासिल कर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने सबको चौंका दिया था. तब तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनते बनते रह गए थे और राजनीतिक पंडितों ने ओवैसी की पार्टी को आरजेडी की हार के लिए जिम्मेदार ठहराया था. खुद ओवैसी यह याद दिलाने से नहीं चूकते कि बिहार में अगर लालू यादव ने उनकी बात मान ली होती तो तेजस्वी इस वक्त नीतीश कुमार की जगह बिहार के मुख्यमंत्री होते.
ओवैसी के इस दावे को एक बार फिर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने खारिज किया है. तेजस्वी यादव आज दिल्ली में एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उनसे ओवैसी के इसी दावे पर सवाल किया गया तो श्री यादव ने दो टूक कह दिया कि ओवैसी या उनकी पार्टी बिहार में कोई फैक्टर नहीं.
ओवैसी के दावा खारिज
दरअसल तेजस्वी यादव के सामने यूपी चुनाव को लेकर सवाल किए जा रहे थे. यह पूछा गया कि क्या बिहार की तरह ही यूपी में भी ओवैसी और उनकी पार्टी फैक्टर हो सकते हैं. क्या समाजवादी पार्टी को ओवैसी के साथ गठबंधन करना चाहिए. इस पर तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में सरकार नहीं बन पाई इसका मतलब यह नहीं है कि बिहार में नीतीश सरकार को लोग पसंद करते हैं. यही वजह रही कि हम सबसे बड़े राजनीतिक दल के तौर पर उभरे.
इतना ही नहीं तेजस्वी ने कहा कि ना तो ऐसे फैक्टर को वह मानते हैं और ना ही आगे ऐसा कोई फैक्टर बिहार में काम करेगा. तेजस्वी ने यूपी चुनाव में समाजवादी पार्टी का बिना शर्त समर्थन किए जाने की बात दोहराई. तेजस्वी यादव ने कहा कि यूपी में दो ही एजेंडे के साथ चुनाव लड़ा जाएगा पहला समाजवादी पार्टी को सत्ता में वापस लाना और दूसरा बीजेपी को सत्ता से हटाना. जो लोग भी बीजेपी को सत्ता से हटाना चाहते हैं वह समाजवादी पार्टी के साथ खड़े होंगे.
राहुल से रिश्तों पर बोले तेजस्वी
तेजस्वी यादव से कांग्रेस के साथ रिश्तों पर भी सवाल पूछा गया कि क्या राहुल गांधी के साथ उनके रिश्ते अब बिगड़ चुके हैं. श्री यादव ने इस संभावना को सिरे से खारिज कर दिया. तेजस्वी ने कहा कि बिहार में उपचुनाव के दौरान भले ही आरजेडी और कांग्रेस ने अलग-अलग चुनाव लड़ा लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कांग्रेस से हमारे संबंध खत्म हो गए हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि कांग्रेस विधानसभा के अंदर शीतकालीन सत्र में आरजेडी के साथ खड़ी रही, यह बताता है कि कांग्रेस से किस विचारधारा के साथ है.
एक तरफ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जहां राहुल और ओवैसी को लेकर सीधे-सीधे टीवी चैनल के कार्यक्रम में जवाब दे रहे थे तो वहीं दिल्ली में ही आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने ओवैसी को बीजेपी का एजेंट करार दिया. लालू यादव ने कहा कि ओवैसी जिस तरह हिंदी पट्टी के इलाके में अपने उम्मीदवारों को खड़ा कर रहे हैं, वह बीजेपी के एजेंट के तौर पर उनकी भूमिका को बताता है.