PATNA : विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान खत्म होने के साथ सभी राजनीतिक दल के नेताओं ने राहत की सांस ली है. नेता प्रतिपक्ष भी दोनों विधानसभा सीटों पर धुआंधार चुनाव प्रचार करने के बाद अब रिलैक्स नजर आ रहे हैं. शनिवार को प्रदेश कार्यालय पहुंचे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक के साथ उन्होंने पार्टी कार्यालय का जायजा लिया.
इस दौरान उन्होंने पार्टी की तरफ से तैयार किए गए मॉनिटरिंग सेल का निरीक्षण भी किया. मॉनिटरिंग सेल के जरिए मतगणना के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी पर नजर रखने के लिए नेताओं और कार्यकर्ताओं को लगाया गया है. आपको बता दें कि 2 नवंबर को दोनों विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना की जाएगी. आरजेडी को आशंका है कि इस दौरान गड़बड़ी हो सकती है. पिछले विधानसभा चुनाव से सीख लेते हुए आरजेडी ने किसी भी गड़बड़ी की आशंका के मद्देनजर मॉनिटरिंग सेल का गठन किया है.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को इस बात का पूरा भरोसा है कि बिहार में इस बार उपचुनाव के दौरान लालटेन जरूर जलेगी. पार्टी कार्यालय में इन दिनों रिनोवेशन का काम भी चल रहा है. मुख्यालय पर एक बड़ा लालटेन लगाने की भी तैयारी है. पार्टी के नेता बता रहे हैं कि अगर नतीजे आरजेडी के पक्ष में आए तो 2 नवंबर को ही प्रदेश कार्यालय में लालटेन जला दिया जाएगा. तेजस्वी यादव ने खुद लाइटिंग के निर्माण कार्य का जायजा भी लिया. जगदानंद सिंह और श्याम रजक भी इस दौरान में साथ नजर आए.
मतगणना के दौरान गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए राष्ट्रीय जनता दल ने इस बार निर्वाचन आयोग के सामने भी कई तरह के मांग रखे हैं. आरजेडी ने यह मांग रखी थी कि पोस्टल बैलट की गणना सबसे पहले की जाए आयोग ने इस मांग को स्वीकार भी कर लिया है. आयोग ने फैसला किया है कि 2 नवंबर को मतगणना के दौरान सुबह 8 बजे से बैलट पोस्टल वोटों की गिनती की जाएगी. हालांकि आयोग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पोस्टल बैलट की गिनती अलग कमरे में होगी.
आरजेडी ने ईवीएम और पोस्टल बैलट की गिनती एक ही कमरे में कराने की मांग रखी थी. लेकिन आयोग ने इस मांग को अस्वीकार कर दिया है. ऐसे में अब आरजेडी किसी भी गड़बड़ी को लेकर अलर्ट मूड में है. पार्टी के तमाम बड़े नेताओं को कहा गया है कि वह तारापुर और कुशेश्वरस्थान में मतगणना के दौरान नजर बनाकर रखें कैंडिडेट और काउंटिंग एजेंट इस बात पर नजर रखें कि मतगणना के दौरान कोई गड़बड़ी तो नहीं की जा रही. आपको बता दें कि बीते साल विधानसभा चुनाव में आरजेडी के कई उम्मीदवारों की हार के पीछे तेजस्वी यादव ने गड़बड़ी को जिम्मेदार ठहराया था.