NAWADA : बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समंदर वाले बयान पर अब सियासत तेज हो गई है. नेता प्रतिपक्ष ने इस मुद्दे को कैच कर लिया है. तेजस्वी ने नीतीश के समंदर वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव ने बिहार में बिना समंदर के ही रेल कारखाना का निर्माण कराया. बिहार के नवादा में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने सीएम नीतीश को आड़े हाथों लिया.
शुक्रवार को नवादा के हिसुआ में महागठबंधन के उम्मीदवार के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचे तेजस्वी ने कहा कि 15 साल में नीतीश सरकार न तो युवाओं को रोजगार दे सकी और न ही किसानों को राहत दे पाई. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश अब थक चुके हैं. उनसे बिहार नहीं चलने वाला है. लालू यादव ने बिना समुंदर के ही रेल के कई कारखाने बिहार में स्थापित किये.
दरअसल बिहार में रोजगार और फैक्ट्री को लेकर यहां के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि बिहार में समंदर नहीं है, इसलिए उद्योगपत्ति बिहार में उद्योग नहीं लगाते हैं. जिसके बाद यह सवाल उठने लगा कि बिहार के आर्थिक पिछड़ेपन को लेकर क्या नीतीश कुमार बहाना बना रहे हैं. इस बात पर अब तेजस्वी ने पलटवार किया है. तेजसवी ने पूछा जो 15 साल में रोजगार न दे पाएं, कारखाने न खोल पाएं, शिक्षा और स्वास्थ्य चौपट किया, क्या उन्हें आप 5 साल और देने की जरूरत है.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार की सरकार के कार्यकाल में बढ़े भ्रष्टाचार पर सवाल उठाए है और रोजगार पर केंद्र व बिहार सरकार को घेरा. सभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि "मैंने मां दुर्गा की पूजा की है. कलश स्थापना की है. सीएम बनते ही मैं पहला कलम चलाऊंगा और 10 लाख लोगों को नौकरी दूंगा. मैं झूठ नहीं बोलूंगा. हम ठेठ बिहारी हैं और हमारा डीएनए भी ठीक है."
तेजस्वी ने कहा कि बिहार में घूसखोरी बढ़ गई है. बिना घूस के कोई काम नहीं होता है. 15 साल में बिहार में क्या हुआ ये सब को पता है. जिनके पास रोजगार था, उनसे भी मोदी-नीतीश ने छीन लिया. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश से बिहार संभलने वाला नहीं है. तेजस्वी ने कहा कि 9 नवंबर को लालू यादव की रिहाई है और 10 नवंबर को नीतीश की विदाई है.
उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी ने स्पेशल पैकेज और स्पेशल स्टेटस के बारे में कुछ भी नहीं कहा. कितने लोगों को नौकरी मिलेगी, यह भी जनता को नहीं बताया. नीतीश कुमार कोरोना के दौरान 144 दिन घर से नहीं निकले, पहले भी कोरोना था और आज भी है, पर आज वोट चाहिए तो घर से निकले हैं.