PATNA: तमिलनाडु मामले की जांच करने चेन्नई गई बिहार सरकार की विशेष टीम वापस पटना लौट आई. पटना पहुंचने के बाद स्पेशल टीम ने तमिलनाडु के हालात की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर जिस तरह से हिंसा की बाते कही जा रही थी वह गलत हैं और वायरल वीडियो पूरी तरह से फेक है. साथ ही इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है.
मिली जानकारी के अनुसार तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि इस झूठे मामले को भड़काने के लिए फर्जी वीडयो बनाया गया था. इसे पटना के जक्कनपुर मोहल्ले के बंगाली टोला में एक किराए के मकान में 6 मार्च को शूट किया गया था.
इस मामले को लेकर EOU ने एक दूसरी FIR दर्ज की गई है. इसमें तीन यू-ट्यूब चैनल के तीन मालिक समेत चार को नामजद किया गया है. इस बात की जानकारी एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने पुलिस मुख्यालय में शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता में दी. एडीजी ने बताया कि तमिलनाडु में हिंसा की झूठी खबरें फैलाने के आरोप में ईओयू में एक एफआईआर पहले ही दर्ज की गई है.
इस मामले में ADG मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि फेमस यूट्यूब और मनीष कश्यप की इस मामले में बड़ी भूमिका उजागर हुई है. पूर्व के FIR में मनीष कश्यप और युवराज सिंह को नामजद किया गया है. दोनों EOU के समक्ष उपस्थित नहीं हुए हैं. उन्हें नोटिस भेजा गया था. अब उनकी गिरफ्तारी की कार्रवाई शुरू की जा रही है.