स्वास्थ्य विभाग की बैठक के बाद बोले तेजस्वी, जल्द सुधरेगी स्वास्थ्य व्यवस्था

स्वास्थ्य विभाग की बैठक के बाद बोले तेजस्वी, जल्द सुधरेगी स्वास्थ्य व्यवस्था

PATNA: बिहार के डिप्‍टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री तेजस्‍वी यादव देर रात टोपी और मास्‍क लगाकर पटना के तीन अस्पतालों का जायजा लेने पहुंचे थे। पीएमसीएच, न्‍यू गार्डिनर और गर्दनीबाग अस्पताल का उन्होंने जायजा लिया। लेकिन सबसे पहले पीएमसीएच पहुंचे जहां की व्यवस्था को देखकर वे हैरान रह गये। तेजस्वी यादव को देखते ही मरीज के परिजन शिकायत लेकर पहुंच गये। उस वक्त अस्पताल में ना तो कोई सीनियर डॉक्टर था और ना ही कोई कर्मचारी। अस्पताल की इस हालत को देखकर तेजस्वी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि मामले में एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे कल स्वास्थ्य विभाग की बैठक बुलाएंगे। तेजस्वी ने जैसा कहा आज वैसा ही हुआ।


डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने आज स्वास्थ्य विभाग की बैठक बुलाई। जिसमें सिविल सर्जन समेत मेडिकल कॉलेज के लोग शामिल हुए। बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि कैसे स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर किया जाएगा इस पर हम काम करेंगे। इस काम को करने की जिम्मेदारी सभी लोगों को दी गयी है। उम्मीद है कि बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था में जल्द सुधार होगा।


बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने तमाम सरकारी डॉक्टर सिविल सर्जन और अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक करने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि स्थितियां खराब जरूर है लेकिन आने वाले समय में यह सुधरेगा। 60 दिनों के अंदर कार्य योजना बनाई गई है।सभी समीक्षाएं की जा रही हैं कई निर्देश लोगों को दिये गये हैं। तेजस्वी ने कहा कि रात में पीएमसीएच के वार्ड का स्थिति काफी खराब थी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हर किसी को जिम्मेदारी दी गयी है। हम लोग मिलकर स्वास्थ्य विभाग को और बेहतर बनाएंगे।


पटना के ज्ञान भवन में स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारियों और चिकित्सकों की बुलाई गयी थी। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी, सभी जिलों के सिविल सर्जन, बिहार के सभी मेडिकल कॉलेजों के सूपरिंटेंडेंट और डीपीएम उपस्थित थे। तेजस्वी ने कहा कि हमने सभी को अपने नेक इरादों और लक्ष्यों से अवगत करा दिया है। बिहार के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला सदर अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में स्वास्थ्य सेवा में सुधार का 60 दिनों का लक्ष्य दिया है। जिसमें सफ़ाई, दवाई, सुनवाई और कारवाई सुनिश्चित करना शामिल है। किसी भी प्रकार की कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 


जिला सदर एवं बड़े अस्पतालों में 24 घंटे उचित स्टाफ़ के साथ Help Desk और Complaint Desk स्थापित करने का आदेश दिया गया है। जिसमें मरीज़ों के भर्ती होने से लेकर, Ambulence, शव वाहन, रेफ़रल की सहज व सरल सुविधा प्रदान करने साथ-साथ मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करने की प्रक्रिया को भी सुगम बनाने का निर्देश दिया है। जिला अस्पतालों को रेफ़रल पॉलिसी का SOP फ़ॉलो करने एवं सभी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता व मेडिकल उपकरणों को चालू अवस्था में रखने का भी निर्देश है। जहां मानव संसाधन की कमी है उसकी तत्काल पूर्ति की जाए। रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया में तेज़ी लाया जाए।


स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमने सभी को स्पष्ट कहा है कि l’am allergic to corruption. स्वास्थ्य विभाग में किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितता, रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम पूर्व स्वास्थ्य मंत्री की तरह स्कोर नहीं पूछेंगे बल्कि पर्फ़ोर्मन्स के स्कोर के आधार पर आपकी सेवा का मूल्यांकन करेंगे। माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम बिहार में स्वास्थ्य सेवा को और अधिक बेहतर बनाते हुए गरीब, मज़लूम, जरूरतमंद और मरीज की मदद करने एवं बिहार को स्वस्थ व खुशहाल बनाने के लिए कृत संकल्पित है।