MOTIHARI : जिला में कोरोना के मामले में बड़ी लापरवाही सामने आयी है। तीन संदिग्ध लोगों का सैंपल लेने के बाद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से उन्हें घर भेज दिया गया। इस दौरान ये तीनों लोगों से मिलते जुलते रहे यहां तक कि शादी समारोह में भी शिरकत किया है। रिपोर्ट आयी तो तीनो कोरोना पॉजिटिव पाए गए। लेकिन इस दौरान ये तीनों 39 लोगों के संपर्क में आ चुके हैं।
शिकारगंज के बेलाघाट गांव में एक की परिवार के तीन लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आयी है। 28 अप्रैल को सैंपल लेने के बाद सभी को घर भेज दिया गया। और जब इन तीनों की रिपोर्ट आयी तब तक ये 39 लोगों के संपर्क में आ चुके थे। अब प्रशासन ने उन 39 लोगों की तलाश कर सैंपल लिया है और सभी को क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया गया है।
जिला प्रशासन ने इसे बड़ी लापरवाही मानते हुए सभी लोगों को चिनिहित कर एफआईआर करने का आदेश दिया है। इनमें तीनों पॉजिटिव भी शामिल हैं। नियमत: जिले में बाहर से आने वाले लोगों की पूरी जानकारी जिला में स्थापित कंट्रोल रुम को दी जाती है। इस बाबत डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही सामने आयी है। सभी लोगोंको चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है। कोरोना पॉजिटिव तीनों मरीजों समेत इनको सहयोग करने वाले लोगों को चिन्हित कर प्राथमिकी दर्ज करायी जा रही है।
क्वारेंटाइन किए जाने के निर्देश में स्वास्थ्य विभाग यह बताने से परहेज कर रहा है। किस चिकित्सक या अधिकारी ने तीनों संदिग्धों को होम क्वारेंटाइन में जाने का आदेश दे दिया। 27 अप्रैल को प्रशासन ने बाहर से आने वाले सभी संदिग्धों को प्रखंड स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में रखे जाने का आदेश दिया था। तीनों कोरोना संक्रमितों का सैंपल 28 अप्रैल को लिया गया था। सैंपल देने के बाद जब अपने गांव पहुंचे तो क्वरेंटाइन रहने के बजाए लोगों से मिलते-जुलते रहे। इस दौरान पड़ोस में होने वाली शादी के कई कार्यक्रमों में भी हिस्सा लिया।