Bihar industry : बिहार में नई सरकार के साथ उद्योग क्षेत्र में निवेश की रफ्तार तेज, शाहनवाज से नीतीश तक के MoU का मांगा गया डिटेल Bihar Assembly : बिहार विधानसभा में सात विधायकों ने संस्कृत में ली शपथ, अब संस्कृत भारती करेगी सम्मानित Bihar News: शक्ति सुरक्षा दल बन रहा पटना की बेटियों का सच्चा साथी, पिछले महीने इतने रोमियो का हुआ इलाज Winter Session Bihar : बिहार विधानसभा शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन, राज्यपाल का अभिभाषण आज, दूसरा अनुपूरक बजट पेश होने की संभावना Marine Drive : भागलपुर-मुंगेर मरीन ड्राइव के लिए जमीन अधिग्रहण शुरू, BSRDCL ने एलएपी सौंपकर बढ़ाया निर्माण का रास्ता Bihar Weather: बिहार के इन जिलों में लुढ़का पारा, कोहरा और तेज हवाएं मिलकर बढ़ा रहे लोगों की मुश्किलें Bihar MLC Election 2025 : स्नातक–शिक्षक क्षेत्रों की आठ सीटों पर हलचल तेज, 10 दिसंबर तक फॉर्म-18 भरें; विधानसभा के बाद अब परिषद चुनाव में जुटे राजनीतिक दल Bihar weather: बिहार में ठंड का तीसरा दौर तेज, पारा लुढ़का—कनकनी बढ़ी, कोहरे ने बढ़ाई मुश्किलें बिहार में बढ़ा अपराध: सासाराम में फायरिंग से किशोर घायल, बगहा में एक व्यक्ति को मारा चाकू झारखंड में बड़े सियासी उलटफेर के संकेत, अमित शाह के संपर्क में हेमंत-कल्पना सोरेन
1st Bihar Published by: Updated Thu, 14 Nov 2019 09:03:54 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : पटना में हाईटेक तरीके से वसूली करने वाले छह दारोगा समेत पटना के 45 पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज करने के मामले को लेकर अब लिपापोती शुरू हो गई है.
ट्रैफिक एसपी के आदेश के 60 घंटा बाद भी अभी तक किसी थाने में लिखित आवेदन तक नहीं दिया गया है. जब एफआईआर करने में इतनी देर हो रही है तो जांच में कितनी देर होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.
क्या था मामला
ये सभी पुलिसकर्मी न्यू बाइपास से लेकर गांधी सेतू तक बालू-गिट्टी सहित अन्य निर्माण सामग्री से लदे ट्रक को रोजाना पार कराते थे. जिसमें हाईटेक तरिके से वसूली की जाती थी. गांधी सेतु पर वसूली का पूरा खेला टेक्नोलॉजी के माध्यम से होता था. वसूली के इस खेल में तीन चेक पोस्ट और एक ट्रैफिक थाने के अधिकारी से लेकर पुलिस वाले शामिल थे.
जीरोमाइल चेकपोस्ट ओवरलोडेड ट्रकों के ड्राइवर से पैसे लेकर गांधी सेतु पर जाने की इजाजत देता था. ट्रक के नंबर का फोटो धनुकी मोड़ और गांधी सेतु 45 नंबर चेकपोस्ट पर तैनात पुलिस वालों को भेजा जाता था ताकि वे लोग इसे रोके नहीं और सेतु पार करने दें. यदि कोई ओवरलोडेड ट्रक जीरोमाइल चेक पोस्ट पार कर गया तो उससे धनुकी मोड़ चेकपोस्ट पर पैसे देने पड़ते थे, तब जाकर वह सेतु पार कर पाता था.