ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Assembly : नीतीश कुमार ने शीतकालीन सत्र में राज्यपाल अभिभाषण पर रखा बिहार के शिक्षा और स्वास्थ्य में किए गए विकास का पूरा ब्यौरा Bihar Assembly Deputy Speaker : नरेंद्र नारायण यादव बने बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष, सर्वसम्मति से हुआ निर्विरोध चयन Land for Job case : लैंड फॉर जॉब केस में आज नहीं तय हुए आरोप, अब 8 दिसंबर को होगी सुनवाई; लालू परिवार को मिली थोड़ी राहत Bihar news : नालंदा में ओवरब्रिज पर मारुति कार और स्कॉर्पियो की भीषण टक्कर, आग लगने से एक की मौत; चार गंभीर Patna police : पटना में तीन नई पुलिस लाइन: बाढ़, मनेर और संपतचक में जल्द शुरू होगा निर्माण; अपराध नियंत्रण में मिलेगा बड़ा फायदा rasgulla fight wedding : शादी समारोह में रसगुल्ला विवाद, दुल्हन पक्ष ने किया शादी से इंकार; वीडियो वायरल Bihar News: भीषण सड़क हादसे में सुरक्षाकर्मी की मौत के बाद बवाल, आक्रोशित लोगों ने किया NH जाम Ganga bridge Buxar : बिहार-यूपी सड़क संपर्क होगा आसान, गंगा पुल और NH-922 कनेक्टिविटी से गाड़ियां फर्राटेदार दौड़ेंगी; लाखों लोग होंगे लाभान्वित Bihar Assembly : विधानसभा की शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन, राज्यपाल के अभिभाषण पर होगी चर्चा; उपाध्यक्ष का होगा चुनाव bihar land : बिहार में इन लोगों के लिए नहीं होगी जमीन की कोई कमी, अतिक्रमण होने पर नपेंगे अधिकारी; विभाग का सख्त निर्देश

पटना में 45 पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई महज खानापूर्ति, ट्रैफिक SP के आदेश के 60 घंटे बाद भी नहीं दर्ज हुई FIR

1st Bihar Published by: Updated Thu, 14 Nov 2019 09:03:54 AM IST

पटना में 45 पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई महज खानापूर्ति, ट्रैफिक SP के आदेश के 60 घंटे बाद भी नहीं दर्ज हुई FIR

- फ़ोटो

PATNA : पटना में हाईटेक तरीके से वसूली करने वाले छह दारोगा समेत पटना के 45 पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज करने के मामले को लेकर अब लिपापोती शुरू हो गई है. 

ट्रैफिक एसपी के आदेश के 60 घंटा बाद भी अभी तक किसी थाने में लिखित आवेदन तक नहीं दिया गया है. जब एफआईआर करने में इतनी देर हो रही है तो जांच में कितनी देर होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. 

क्या था मामला

ये सभी पुलिसकर्मी न्यू बाइपास से लेकर गांधी सेतू तक बालू-गिट्टी सहित अन्य निर्माण सामग्री से लदे ट्रक को रोजाना पार कराते थे. जिसमें हाईटेक तरिके से वसूली की जाती थी. गांधी सेतु पर वसूली का पूरा खेला टेक्नोलॉजी के माध्यम से होता था. वसूली के इस खेल में तीन चेक पोस्ट और एक ट्रैफिक थाने के अधिकारी से लेकर पुलिस वाले शामिल थे.



जीरोमाइल चेकपोस्ट ओवरलोडेड ट्रकों के ड्राइवर से पैसे लेकर गांधी सेतु पर जाने की इजाजत देता था. ट्रक के नंबर का फोटो धनुकी मोड़ और गांधी सेतु 45 नंबर चेकपोस्ट पर तैनात पुलिस वालों को भेजा जाता था ताकि वे लोग इसे रोके नहीं और सेतु पार करने दें. यदि कोई ओवरलोडेड ट्रक जीरोमाइल चेक पोस्ट पार कर गया तो उससे धनुकी मोड़ चेकपोस्ट पर पैसे देने पड़ते थे, तब जाकर वह सेतु पार कर पाता था.