DELHI : बिहार के अगले विधानसभा चुनाव में ऑनलाइन वोटिंग करा पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि असंभव है. चुनाव आयोग ने ऐसे सुझाव को सिरे से खारिज कर दिया है. गौरतलब है कि बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कोरोना संकट को देखते हुए ऑनलाइन वोटिंग की संभावना जतायी थी.
ऑनलाइन वोटिंग का कोई कानून नहीं
चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि देश में फिलहाल अभी ऑनलाइन वोटिंग के लिए न तो कोई कानून है और न ही कोई व्यवस्था. भारत जैसे देश में ऑनलाइन चुनाव कराने के लिए जरूरी संसाधन जुटा पाना भी नामुमकिन ही है. चुनाव आयोग ने अभी तक किसी चुनाव में ऑनलाइन चुनाव की किसी संभावना पर कोई चर्चा तक नहीं की है.
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बिहार चुनाव पर अब तक कोई चर्चा नहीं
चुनाव आयोग के सूत्र बता रहे हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अब तक चुनाव आयोग के अंदर आधिकारिक तौर पर कोई चर्चा तक नहीं हुई है. मुख्य चुनाव आय़ुक्त सुनील अरोड़ा अमेरिका से लौटे हैं और स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के तहत 30 मई तक संस्थागत क्वारंटाइन में हैं. हालांकि अमेरिका में रहते हुए भी मुख्य चुनाव आयुक्त वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये चुनाव आयोग के तमाम फैसलों में अपनी राय रख रहे थे. होम क्वारंटाइन के दौरान भी अगर जरूरत पडी तो वे वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये चुनाव आयोग की बैठकों में शामिल हो सकते हैं. लेकिन आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव पर औपचारिक बैठक या चर्चा नहीं की है. कोरोना संकट के कम होने के बाद ही बिहार विधानसभा चुनाव पर चर्चा होने की संभावना है.
ऑनलाइन वोटिंग पर क्या कहा था सुशील मोदी ने
दरअसल एक सप्ताह पहले मीडिया से बात करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री ने कहा था कि ऐसा हो सकता है कि बिहार में ऑनलाइन वोटिंग हो और वोटरों को बूथ पर जाने की संभावना ही नहीं हो. सुशील मोदी ने कहा था कि कोरोना ने पूरी दुनिया को बदल दिया है. बिहार के डिप्टी सीएम कहा था कि जब कोरोना संक्रमण ने दुनियाभर में जब कामकाज का तरीका बदल दिया तब इस साल बिहार विधानसभा का चुनाव भी डिजिटल तरीके से ऑनलाइन क्यों नहीं हो सकता.
जेडीयू से लेकर आरजेडी तक ने जतायी थी असहमति
सुशील मोदी के बयान पर जेडीयू से लेकर आरजेडी ने असहमति जतायी थी. जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि फिलहाल जेडीयू कोरोना से लड़ने में लगी है. और ये भविष्य के गर्भ में है कि चुनाव के समय क्या परिस्थिति होगी और चुनाव आयोग क्या फैसला लेगा. उन्होंने कहा कि चुनाव अभी एजेंडे में नहीं है और आयोग इस मसले पर राजनीतिक दलों से भी राय-मशविरा कर सकता है. उधर आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा था कि हवा में बात करने से वोटिंग नहीं होती है. देश में ऑनलाइन वोटिंग संभव हीं नहीं है. मनोज झा ने कहा कि क्या सुशील मोदी ही चुनाव आयोग बन गये हैं.
अक्टूबर-नवंबर में होना है चुनाव
बिहार विधानसभा का कार्यकाल इसी साल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है. यानि कि 29 नवंबर से पहले बिहार में विधानसभा चुनाव करा लेना होगा. पहले से ये तय माना जा रहा था कि बिहार में अक्टूबर-नवंबर में चुनाव हो सकता है. लेकिन कोरोना को लेकर पूरी परिस्थिति ही बदल गयी है. लिहाजा चुनाव आयोग क्या फैसला लेता है ये देखने की बात होगी.