सुशासन की बानगी: मंत्रियों की गाड़ी के आगे लेट गया भ्रष्टाचार से त्रस्त युवक, गमछा से दबाने लगा अपना गला

सुशासन की बानगी: मंत्रियों की गाड़ी के आगे लेट गया भ्रष्टाचार से त्रस्त युवक, गमछा से दबाने लगा अपना गला

SIWAN: भ्रष्टाचार से त्रस्त एक युवक को जब न्याय पाने का कोई दूसरा रास्ता नहीं सूझा तो वह आज मंत्रियों की गाड़ियों के आगे लेट गया। उसने वहीं अपने गमछे से अपना ही गला दबाना शुरू कर दिया। परेशान युवक जोर-जोर से चीख रहा था कि डीएम से लेकर चपरासी तक भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उसकी सारी गुहार बेअसर साबित हुई है। अब वह मंत्रियों के सामने आत्महत्या कर लेना चाहता है ताकि सरकार को खबर हो कि उसके साथ कितना बड़ा अन्याय हुआ है।


सीवान में हुआ वाकया

दरअसल आज सिवान में जिले के प्रभारी मंत्री ने समीक्षा बैठक रखी थी। सूबे के पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद जिले के प्रभारी मंत्री हैं। उनके साथ सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और सांसद जनार्दन सिग्रीवाल भी थे। बैठक के बाद ये तमाम लोग सीवान समाहरणालय से बाहर निकल रहे थे कि तभी एक युवक उनकी गाड़ी के सामने लेट गया। वह जोर-जोर से चिल्लाकर अपने लिए इंसाफ मांग रहा था। इसी बीच उसने अपना गला गमछे से दबाना शुरू कर दिया। मंत्री और दूसरे नेता घबरा गये कि उनके सामने ही क्या हो रहा है। 


इंसाफ मांगते-मांगते थक गया 

मंत्रियों की गाड़ियों के आगे लेट कर अपना गला दबाने वाला युवक सीवान जिले के दारौंदा प्रखंड के टड़वा पंचायत के हरपुर कोटवा रत्‍नदेव ठाकुर था। रत्नदेव ठाकुर को गला दबाते देख मंत्रीगण हड़बाये। उसे हटाने की कोशिश की गयी। लेकिन वह हट ही नहीं रहा था। किसी तरह उसे शांत कराया गया और फिर मामले की जानकारी ली गयी।


युवक ने बताया कि 2003 के शिक्षक नियोजन में वह अभ्यर्थी था। नियुक्ति करने वाले ने साजिश के तहत उसकी जगह किसी महिला का चयन कर लिया गया था। जबकि नियुक्ति की गयी महिला सरकारी मानकों के मुताबिक कहीं से भी नियुक्ति के योग्य नहीं थी। रत्नदेव तब से ही सरकारी अधिकारियों के पास गुहार लगा रहा है।


इस बीच महिला के पति ने उसके साथ कई दफे मारपीट भी की। रत्नेदव ने कई दफे डीएम के साथ-साथ शिक्षा विभाग के लगभग सभी पदाधिकारियों को आवेदन दिया। उसने मांग किया कि अवैध नियुक्ति की जांच कराकर उसके साथ इंसाफ किया जाये। लेकिन किसी अधिकारी ने उसकी बात नहीं सुनी।


रत्नदेव ने बताया कि अगर अब भी सरकार उसकी गुहार नहीं सुनेगी तो वह सुसाइड कर लेगा। उसके पास कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है। हालांकि सीवान के प्रभारी मंत्री नारायण प्रसाद ने उसे इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया है।