DELHI: इस वक्त की बड़ी खबर दिल्ली से आ रही है. NEET और JEE परीक्षा रोकने से सुप्रीम कोर्ट ने इंकार कर दिया है. कोरोना को लेकर परीक्षा को स्थगित करने की मांग की गई थी, लेकिन कोर्ट ने कहा कि कोरोना का कारण क्या देश में सबकुछ रोक दिया जाए.
JEE (मेन) की परीक्षा 1 से 6 सितंबर के बीच और NEET परीक्षा 13 सितंबर को होनी है. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि क्या देश में सब कुछ रोक दिया जाए. एक कीमती साल को यूं ही बर्बाद हो जाने दिया जाए? याचिकार्ता के वकील ने स्वास्थ्य का हवाला दिया, लेकिन कोर्ट ने याचिका खारिज कर और कहा कि सुनवाई की जरूरत नहीं है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के लिए पेश हुए सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि परीक्षा करवाना ज़रूरी है.
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान छात्रों का पक्ष रख रहे अधिवक्ता अलख के सबमिशन आरंभ करने के बाद न्यायाधीश अरुण मिश्रा ने पूछा कि यदि परीक्षाएं आयोजित नहीं होंगी तो क्या इससे देश का नुकसान नहीं होगा? छात्रों के शैक्षणिक सत्र का नुकसान होगा. परीक्षाएं सावधानी के साथ आयोजित क्यों नहीं की जा सकती हैं? वहीं NTA का पक्ष रख रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि परीक्षाओं का आयोजन पर्याप्त सावधानी के साथ होना चाहिए।. इसके बाद अधिवक्ता अलख ने कहा कि कोरोना के वैक्सीन के जल्द आने की संभावना है जिसके बारे में पीएम मोदी ने 15 अगस्त के भाषण में जानकारी दी थी. उन्होंने कहा कि परीक्षाएं अनिश्चित काल के लिए नहीं बल्कि कुछ समय के लिए ही स्थगित होनी चाहिए. खबरों के मुताबिक, दोनों ही परीक्षाओं के लिए 20 लाख से अधिक परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया है. याचिका के अनुसार, छात्र-छात्राओं की इतनी बड़ी संख्या के फिजिकल रूप से परीक्षाओं में सम्मिलित होने से कोरोना संक्रमण के बढ़ने की संभावना है.