PATNA: सुपर-30 के संचालक गणितज्ञ आनंद कुमार ने कहा है कि वे ऑनलाइन पढ़ाई से छात्रों को पूर्णरूप से वाकिफ कराने के लिए एक वेबसाइट का 10 दिनों के अंदर निर्माण करेंगे. जिस पर छात्र प्रश्न कर अपनी जिज्ञासा शांत करेंगे और ऑनलाइन पढ़ाई के बारे में सबकुछ समझ पायेंगे. साथ ही इस वेबसाइट पर पढ़ाई भी कर पायेंगे. उन्होंने कहा कि छात्र तीन काम अवश्य करें. जिसमें पूरे पाठ्यक्रम को ध्यान से पढ़ने, पढ़ें विषयों का रिविजन करें तथा पूछे जा रहे मिलते-जुलते टेस्ट की तैयारी करते रहें. सोच अगर सकारात्मक होगी तो सफलता अवश्य मिलेगी. शिक्षकों के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें छात्रों का हौसला बढ़ाना चाहिए तथा वर्ग में प्रश्न पूछने पर उन्हें उनकी जिज्ञासा शांत करनी चाहिए तभी वह एक सफल शिक्षक बन सकते हैं. शिक्षक की पढ़ाई तथा उनका व्यवहार छात्रों की खुराक बनेंगे और वे आगे बढ़ने में सफल रहेंगे.
डिजिटल प्लेटफार्म जूम पर एडवांटेज डायलॉग के नौवें एपिसोड सुबह में बोल रहे थे. बेंगलुरू की प्रसिद्ध मॉडरेटर सरिता रघुवंशी के साथ बातचीत में उन्होंने छात्र-छात्राओं से जुलाई में आईआईटी में नामांकन के लिए होने वाली परीक्षा की तैयारी में जुट जाने की अपील की. स्वयं पढ़ाई करें, कठिन सवालों पर स्टार बनाकर उस पर दोबारा प्रैक्टिस करें. ऑनलाइन पढ़ाई गरीब बच्चों के लिए परेशानी पैदा करेगी. इसलिए हमने केन्द्र मानव संसाधन विकास मंत्रालय से डीडी किसान की तरह डीडी ऑनलाइन शिक्षा कार्यक्रम चलाने की मांग की है जिस पर कार्रवाई चल रही है. उन्होने कहा कि परीक्षा में पूछा गया कठिन सवाल सिर्फ एक छात्र के लिए हैरान करने वाला नहीं होता. इसलिए इसे छोड़ अन्य सवाल का जवाब दें. बाद में इस पर विचार करें. कैसे और क्यों (हाऊ एंड व्हाई) को जानने का प्रयास करें.
उन्होंने कहा कि उनके कोचिंग के शुरूआती छात्र अभिशेक राज अभी लंदन की ब्लम बर्जर नामक खान कंपनी, निधि झा एल एंड टी, गुड़गांव तथा शशि नारायण लंदन में गूगल कंपनी में हैं. राजनिति को ठुकरा कर शिक्षक बने रहने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शिक्षकों की कमी है इसलिए मैंने शिक्षक रहना ही पसंद किया ताकि हम अपने देश के नौजवानों को आगे ले जाने का मार्ग प्रशस्त कर सकें. सुपर-30 के 510 बच्चों में अभी तक 440 बच्चे आईआईटी में पढ़ रहे हैं और 70 बच्चे एनआईटी में पढ़ रहे हैं.
एडवांटेज ग्रुप के संस्थापक और सीईओ खुर्शीद अहमद ने बताया कि हमने लॉकडाउन में लोगों के जीवन को हल्का और लाभदायक बनाने तथा आगे क्या करना है इसकी जानकारी देने के लिए एडवांटेज डायलॉग की शुरूआत की जो हर सप्ताह के शनिवार और रविवार को दो सेशनों में आयोजित किया जाता है. पिछले आठ एपिसोडों में इसने काफी प्रसिद्धि हासिल कर ली है. विभिन्न माध्यमों से अब तक लगभग 4 लाख लोग इसे देख चुके हैं तथा लगातार बुलंदियों को छुता नजर आ रहा है. उन्होंने कहा कि इसमें देश-दुनिया के प्रसिद्ध लोग अपने विचार रखेंगे.
उन्होंने कहा कि इसमें देश-दुनिया के प्रसिद्ध लोग अपने विचार रखेंगे. इनलोगों में आईआईएम इंदौर के फैकल्टी तथा मैक्सेल के संस्थापक डॉ. एम. अशरफ रिजवी जो लिडरषीप क्वालिटी पर बात करेंगे. दिल्ली से सेन्टर फॉर सोशल रिसर्च की डायरेक्टर तथा महिला शक्ति कनेक्ट की अध्यक्ष डॉ रंजना कुमारी और बिहार चेम्बर ऑफ कॉमर्स (बीसीसी) के सचिव अमित मुखर्जी का भी नाम शामिल है. उन्होंने कहा कि पिछले रविवार का सेशन काफी सफल रहा जिसे सुपर संडे कहा गया. इसमें कुल उपस्थिति 1500 थी, कुल दर्शकों की संख्या एक लाख, टोटल शेयर 3000 था। डायलॉग के आठ सेशन में कुल उपस्थिति 1050, कुल दर्शक चार लाख और कुल शेयर 16,000 रहा.
उन्होंने कहा कि इस डायलॉग के आयोजन में बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (बीआईए), बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स (बीसीसी), इवेंट एंड इंटरटेनमेंट मैनेजमेंट एसोसिएशन (इमा), प्रेरणा तथा पुतुल फाउंडेशन सराहनीय सहयोग दे रहा है बिहार में डिजिटल प्लेटफार्म पर इस तरह का पहला कार्यक्रम हो रहा है. जूम एप के अलावा यह कार्यक्रम फेसबुक एवं यूट्यूब पर भी लाईव देख सकते हैं. इस डायलॉग में न सिर्फ छात्र, युवा बल्कि सारे लोग भाग ले रहे हैं. कार्यक्रम को देखने या सुनने के लिए कोई भी ईमेल [email protected]पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कराये और इस प्रोग्राम को निशुल्क देखें.