PATNA: जब से गुवाहाटी हाईकोर्ट में रिजल्ट गड़बड़ी की याचिका दायर हुई है तब से सुपर 30 के आनंद कुमार सफाई देते फिर रहे हैं. आनंद को डर हो गया है कि बदनामी से उनके सुपर 30 पर इसका असर न पड़े. क्योंकि आनंद कुमार पर पहले भी कई गंभीर आरोप लग चुके हैं. जब भी रिजल्ट आता है तो वह अपने छात्रों की सफलता की संख्या गिनाते जरूर है, लेकिन वह नामों के लिस्ट नहीं दिखाते हैं. आनंद ने कहा कि मुझे कोई परेशानी नहीं है. मैं कोर्ट का सम्मान करता हूं. वह 26 नवंबर को कोर्ट में पेश होंगे.
मुझे किया जा रहा बदनाम
आनंद ने कहा कि बिहार को बदनाम किया जा रहा है. दो-चार लोग हैं जो सुपर 30 की लोकप्रियता से घबराते हैं. वह हारे हुए इंसान हैं, जो जीवन में कुछ नहीं कर पाए तो मेरा नाम बदनाम कर चर्चा में आ रहे हैं. आजतक मैंने किसी से चंदा नहीं लिया. किसी सरकार और किसी प्राइवेट एजेंसी से चंदा तक नहीं लिया है. जो चार छात्रों ने आरोप लगाया है वह मेरे पास पढ़ने भी नहीं आए थे. मैं उनको जानता तक नहीं हूं.
4 छात्रों ने गुवाहाटी कोर्ट में दायर की है याचिका
बता दें कि आईआईटी गुवाहाटी के 4 छात्रों ने एक जनहित याचिका दायर की है. जिसमें आनंद कुमार के सुपर 30 के रिजल्ट को लेकर पारदर्शिता पर सवाल उठाए गए हैं. छात्रों ने आरोप लगाया गया है कि आनंद कुमार आईआईटी क्वालीफाई करने वाले छात्रों का सुपर 30 से झूठा परिणाम दिखा कर खुद को मसीहा के तौर पर पेश कर रहे हैं. याचिका में कहा गया है कि जब भी आईआईटी के परिणाम आते हैं तो आनंद कुमार अपने छात्रों के साथ सामने आकर सफलता का दावा करते हैं जबकि 2008 के बाद से आनंद कुमार के सुपर 30 का दावा पारदर्शी नहीं रहा है.