पढ़ाई के लिए 3 साल तक नहीं गया घर, सोशल मीडिया से भी बनाई दूरी, ऐसे किया मेडिकल में टॉप

पढ़ाई के लिए 3 साल तक नहीं गया घर, सोशल मीडिया से भी बनाई दूरी, ऐसे किया मेडिकल में टॉप

DESK : मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम नीट ऑल इंडिया का टॉपर शोएब आफताफ ने 720 में से 720 नंबर लाकर पूरे देश में अपना झंड़ा गाड़ दिया. शोएब की इस सफलता के बाद परिवार के सारे लोग बेहद खुश हैं. शोएब परिवार में पहला सदस्य है, जो मेडिकल की पढ़ाई करेगा और डॉक्टर बनेगा. शोएब ने मीडिया से बात करने के दौरान बताया कि डॉक्टर बनना उसका सपना था जो अब साकार होने जा रहा है. 

मूल रुप से ओड़िशा का रहने वाला शोएब मेडिकल की तैयारी करने के लिए 2018 में कोटा चला गया था. आफताफ ने बताया कि  मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की कोचिंग कोटा में की. यहां मुझे बेस्ट कॉम्पीटिशन मिला और मैंने अपना बेस्ट देने की कोशिश की. मैं कोटा में अपनी मां और छोटी बहन के साथ पीजी में रहकर मेडिकल की तैयारी करता था. मैने इसी साल 12वीं की परीक्षा दी और उसमें 95.8 प्रतिशत अंक आए. इसके साथ ही  केवीपीवाई में ऑल इंडिया 37वीं मिला. शोएब ने सफलता का श्रेय अपने टीचर्स और पेरेंटस को देते हुए कहा कि उनके गाइडेंस से ही मैंने यह सफलता प्राप्त की है.

शोएब ने बताया कि कोरोना संकट में जब लॉकडाउन लगा तो सबने घर चले जाने की बात कही. पर मैं घर नहीं गया और कोटा में ही रहकर लॉकडाउन के दौरान अपनी कमजोरियां को दूर किया और  नीट के सिलेबस में कमजोर टॉपिक्स को बार-बार रिवाइज करता गया.  कमजोर टॉपिक को टारगेट किया और उसे ही ज्यादा टाइम दिया. कोचिंग के दौरान क्लासरूम का होमवर्क डेली करता था और तीनों विषयों को बराबर समय देता था.  कोचिंग क्लास और वीकली टेस्ट से काफी हेल्प मिली.एक बार घर से कोटा आने के बाद ढ़ाई साल तक अपने घर नहीं गया.  लॉकडाउन के दौरान मैंने पूरा ध्यान सिर्फ पढ़ाई पर ही लगाए रखा.
शोएब का सपना है एम्स से एमबीबीएस करने के बाद कार्डियोलॉजी में स्पेशलिस्ट बनना. इसके साथ ही शोएब ऐसी बीमारियों का इलाज ढूंढना चाहता है जिसका इलाज अभी तक उपलब्ध नहीं है.

शोएब के पिता बिल्डिंग शेख मोहम्मद कंस्ट्रक्शन का काम करते हैं और बीकॉम तक पढ़े हैं. मां सुल्ताना रिजया गृहिणी हैं और बीए पास हैं।.दादा बेकरी चलाया करते थे. शोएब ने बॉयलोजी के साथ-साथ मैथ्स की भी  पढ़ाई की.