PATNA: पटना में जलप्रलय के लिए कसूरवार अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए अड़ी भाजपा ने नीतीश कुमार पर रूख नरम नहीं किया है. प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष संजय़ जायसवाल ने आज एक बार फिर कह दिया-पटना की तबाही के लिए कसूरवार अधिकारियों पर सरकार को कार्रवाई तो करनी ही पड़ेगी. हम आपको बता दें कि सरकार में अहम पद पर बैठे तमाम अधिकारी नीतीश कुमार की पसंद के अधिकारी हैं, जिनके खिलाफ कार्रवाई होना मुमकिन नहीं दिख रहा.
फिर बोले संजय जायसवाल
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने मीडिया से बात करते हुए आज फिर तीन दिन पुराने अपने स्टैंड को दुहराया. उन्होंने कहा कि पटना में हुई तबाही के लिए अधिकारी जिम्मेवार हैं और सरकार को उनके खिलाफ कार्रवाई तो करनी ही पड़ेगी. राज्यसभा उप चुनाव में अपनी पार्टी के प्रत्याशी सतीश चंद्र दूबे के नामांकन के बाद संजय जायसवाल ने मीडिया से बात करते हुए अपने पुराने स्टैंड को दुहराया.
जायसवाल के बयान को हल्के में नहीं लिया जा सकता
डा संजय जायसवाल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं और उनके बयान को हल्के में नहीं लिया जा सकता. उनका बयान बीजेपी का आधिकारिक बयान है. इसे गिरिराज सिंह, संजय पासवान या सच्चिदानंद राय के बयान की तरह निजी बयान नहीं माना जा सकता. बीजेपी के सूत्र बता रहे हैं कि डॉ संजय जायसवाल का अल्टीमेटम बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर आया है.
क्या अपने खास अधिकारियों पर कार्रवाई करेंगे नीतीश कुमार
पटना में तबाही के लिए दो विभागों पर अंगुली उठ रही है. नगर विकास, आपदा प्रबंधन विभाग और पटना प्रशासन. नगर विकास विभाग है तो भाजपा के जिम्मे लेकिन तमाम अधिकारी नीतीश कुमार की पसंद के हैं. नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव सीएम कार्यालय की पसंद हैं. और तो और पटना नगर निगम के आयुक्त पद पर पोस्टिंग में भी नगर विकास मंत्री की कोई सलाह नहीं ली गयी. नगर आयुक्त की पोस्टिंग भी मुख्यमंत्री कार्यालय की पसंद पर हुई. आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी भी मुख्यमंत्री की पसदं हैं. पटना में तमाम विधायक और सांसद बीजेपी के हैं. लेकिन DDC. DM और कमिश्नर तीनों सीधे सीएम हाउस से वास्ता रखते हैं. भाजपा के सांसद रामकृपाल यादव कल ही बता चुके हैं कि पटना के जिलाधिकारी उनका फोन तक रिसीव नहीं करते हैं. सवाल ये है कि अपने पसंदीदा अधिकारियों पर नीतीश कुमार कार्रवाई करेंगे? क्या BJP के सख्त तेवर के सामने उन्हें पहली दफे झुकना पड़ेगा.