बिहार में सिपाही भर्ती परीक्षा धांधली में संजीव मुखिया का हाथ, कोलकाता में रहकर 2023 में कराया था पेपर लीक

बिहार में सिपाही भर्ती परीक्षा धांधली में संजीव मुखिया का हाथ, कोलकाता में रहकर 2023 में कराया था पेपर लीक

PATNA: साल 2023 के बिहार में सिपाही भर्ती परीक्षा हुई थी। उसमें भी नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का हाथ था। नालंदा के संजीव मुखिया ने कोलकाता में रहकर सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर को लीक कराया था। आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने सिपाही भर्ती परीक्षा में हुई धांधली का उद्भेदन किया है।


 2023 में पहली पाली में जो परीक्षा हुई थी उसका एंसर सीट परीक्षा शुरू होने से पहले ही वायरल हो गया था। जिसके बाद दूसरे चरण में होने वाली परीक्षा को रद्द किया गया था। वही पहली पाली की परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया था। 01.10.2023 को दो पालियों में सिपाही भर्ती परीक्षा हुई थी। 2 अक्टूबर 2023 को परीक्षा रद्द की गयी थी। दूसरे फेज का परीक्षा 07.10.23 को होना था। तीसरे फेज की परीक्षा 15.10.2023 को थी।


केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती). बिहार, पटना के विज्ञापन संख्या-01/2023 जिसमें 21391 सिपाही के रिक्त पदों की बहाली होनी थी. इसके लिए दिनांक 01.10.2023 को दो पालियों में परीक्षा आयोजित की गयी थी। इसके अतिरिक्त दिनांक 07.10.2023 एवं 15.10.2023 को इस परीक्षा का अयोजन होना था। इस परीक्षा में कूल 18 लाख अभ्यर्थियों ने फार्म भरा था। परन्तु दिनांक-01.10. 2023 को आयोजित परीक्षा की दोनों पालियों में परीक्षा प्रारम्भ होने की निर्धारित अवधि से कई घंटे पूर्व ही, परीक्षा की उत्तर कुंजी (Answer Key) विभिन्न Social Media Platforms पर वायरल हो गई, जिसके परिणामस्वरूप, दिनांक 02.10.2023 को दिनांक 01.10.2023 की आयोजित परीक्षा को रद्द कर दिया गया एवं दिनांक-07.10.2023 एवं 15.10.2023 को आयोजित होने वाली परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया।


परीक्षा के पूर्व ही प्रश्न पत्र की उत्तर कुंजी के सोशल मीडिया एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से वायरल होने से संबंधित एवं विभिन्न प्रकार के अन्य कदाचारों से संबंधित बिहार राज्य के विभिन्न जिलों में कुल 74 कांड दर्ज किये गये थे। इस विषय की गंभीरता एवं अनुसंधान की जटिलता के दृष्टिकोण से सभी संबंधित कांडों के अनुसंधान का भार आर्थिक अपराध इकाई, बिहार, पटना द्वारा ग्रहण किया गया। इसी क्रम में आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा एक सार्वजनिक E-MAIL ID एवं व्हाट्सएप नम्बर को प्रसारित किया गया, जिसके माध्यम से आम नागरिकों से उपरोक्त परीक्षा में हुई धांधली से संबंधित कई प्रकार की सूचनायें एवं आसूचनायें प्राप्त की गई। इन प्राप्त सूचनाओं के आधार पर एवं आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा की गई जॉच के आधार पर आर्थिक अपराध थाना कांड स0-16/2023, दिनांक-31.10.2023, धारा-420/467/468/120बी0 एवं 66 आई०टी० एक्ट-2000 आर्थिक अपराध इकाई में दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया।


अनुसंधान करने हेतु अपर पुलिस महानिदेशक, आर्थिक अपराध इकाई के निर्देश पर पुलिस उप-महानिरीक्षक, आर्थिक अपराध इकाई की अध्यक्षता में 18 सदस्यीय विशेष अनुसंधान दल का गठन किया गया एवं वरीय पुलिस उपाधीक्षक, श्री कुमार वीर धीरेन्द्र को अनुसंधानकर्ता नियुक्त किया गया। अनुसंधान के क्रम में पता चला कि केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), बिहार, पटना ने परीक्षा से संबंधित प्रश्न पत्रों की प्रिंटिंग, पैकेजिंग एवं जिला कोषागार में सुरक्षित पहुँचाने के लिए कोलकता स्थित Caltex Multiventure Pvt. Ltd. नाम की कंपनी के साथ एकरारनामा कर कार्यादेश दिया गया था। अनुसंधान के क्रम में पता चला कि Caltex Multiventure Pvt. Ltd. एक Shell कम्पनी है। जब इस कम्पनी का पंजीकृत कार्यालय जिस पता पर पाया गया, वहाँ पर एक कमरे के अतिरिक्त कोई अन्य स्थापना नहीं थी और ना ही इस पते पर इस कम्पनी का कोई कर्मी कार्यरत था।


अनुसंधान के क्रम में पता चला कि इस कम्पनी का अपना कोई भी प्रिंटिंग प्रेस, वेयर हाउस या लॉजिस्टिक व्यवस्था नहीं है। इस कम्पनी ने ये सभी कार्य स्वयं न कर Blessing Secured Press Pvt. Ltd. नामक कम्पनी को ऑउटसोर्स कर दिया, जो कि गिरफ्तार अभियुक्त श्री कौशिक कर की कम्पनी है। उल्लेखनीय है कि कौशिक कर पूर्व में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के द्वारा संचालित एल०टी० ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के लीक से संबंधित प्रतिवेदित चोलापुर (वाराणसी) थाना कांड संख्या 172/2019 तथा विधान नगर (कोलकता) थाना कांड सं0-144/2018 के अभियुक्त रहे है। इसी प्रकार इस कम्पनी का नाम अरूणाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित परीक्षा के लीक में भी आया है, जिसमें इस कम्पनी के कर्मी दिलीप साहा को तत्कालीन अरूणाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के साथ वर्ष 2022 में सहायक अभियंता परीक्षा लीक मामले में जेल भेजा गया था।


अनुसंधान के क्रम में पता चला कि गिरफ्तार अभियुक्त श्री कौशिक कर के द्वारा अपना एवं अपनी कम्पनी Blessing Secured Press Pvt. Ltd. का नाम पूर्व में पेपर लीक काण्डों से संबंधित रहने के कारण Caltex Multiventure Pvt. Ltd. नामक एक Shell कम्पनी का पंजीकरण वर्ष 2021 में किया गया, जिसमें गिरफ्तार अभियुक्त श्री कौशिक कर के द्वारा अपनी पत्नी को निदेशक बनाकर Initial Paid up Capital लगाया गया एवं अपनी मूल कम्पनी Blessing Secured Press Pvt. Ltd. के कर्मियों क्रमशः श्री सुमन बिस्वास एवं श्री संजय दास तथा अपने मार्केटिंग कनसलटेन्ट श्री सौरभ बंदोपाध्याय को एक सुनियोजित योजना के तहत Caltex Multiventure Pvt. Ltd. का निदेशक बनाया गया। इस संबंध में Registrar of Companies कोलकता एवं कम्पनी के Chartered Accountant से सभी संबंधित अभिलेख प्राप्त किये गये हैं।


अनुसंधान के क्रम में पता चला है कि केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), बिहार, पटना के द्वारा किये गये एकरारनामा एवं कार्यादेश में प्रश्न पत्र की प्रिटिंग, पैकेजिंग एवं जिला कोषागार तक प्रश्न पत्र एवं अन्य गोपनीय सामग्री पहुँचाने की जिम्मेवारी केवल Caltex Multiventure Pvt. Ltd. को दिया गया था, परन्तु प्रश्न पत्र की प्रिंटिंग एवं पैकिंग का काम आपराधिक षड्यंत्र के तहत अनूचित लाभ लेने के लिए Blessing Secured Press Pvt. Ltd. के द्वारा कराया गया था, जबकि एकरारनामा एवं कार्यादेश की शर्तों में Outsourcing/Subletting का कोई प्रावधान नहीं था।


अनुसंधान के क्रम में पता चला है कि केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), बिहार, पटना से संबंधित प्रश्न पत्र एवं गोपनीय सामाग्रियों को प्रेस से जिला कोषागारो तक सीधे परिवहन करना था, परन्तु बिना मानक परिचालन प्रक्रिया (SOP) का अनुपालन किये खुली गाड़ियों में बिना सील लॉक एवं बिना सुरक्षा कर्मी के प्रेस से D.P. World Express Logistic Pvt. Ltd. के कोलकाता स्थित वेयर हाउस में भेजा गया। फिर प्रश्न पत्र एवं गोपनीय सामाग्रियों के जिला कोषागारों में न पहुँचाकर, पटना स्थित D.P. World Express Logistic Pvt. Ltd. के पटना स्थित वेयर हाउस में अनलोड किया गया था। फिर वहाँ से जिला कोषागारों में गोपनीय सामाग्रियों को भेजने के लिए Zenith Logistic and Express Pvt. Ltd. को Outsource कर दिया गया। इस तरह Chain of Custody का निर्धारित मानकों के अनुरूप अनुपालन नहीं किया गया होना पाया गया है।


अनुसंधान के क्रम में पता चला है कि प्रश्न पत्रों को ट्रांसपोर्ट करने वाली गाड़ियाँ जिला कोषागारों में जाने के क्रम में कई जगह रुकते हुए पहुंची है, जिनके जी० पी० एस० लॉग की मोनिटरिंग नहीं किया गया। मोतिहारी जिला ले जाने वाली गाड़ी D.P. World Logistic and Express Pvt Ltd के पटना स्थित Warehouse में लोड होने के बाद लगभग 6 घंटे से ज्यादा समय तक पटना में रुकी, जहाँ संजीव मुखिया के संगठित पेपर लीक गिरोह के सदस्यों के द्वारा Zenith Logistic and Express Pvt. Ltd. के मुन्शीयों रमेश कुमार एवं राहुल पासवान के साथ आपराधिक षडयंत्र के तहत नौकरी एवं पैसों का प्रलोभन देकर मोतिहारी जिला ले जाने वाली गाडी के बक्सों एवं इनवैलप को खोल कर परीक्षा से चार दिन पूर्व ही प्रश्न पत्रों को प्राप्त कर लिया गया। प्रश्न पत्रों की फोटो खीचने के पश्चात, इन पत्रों को सॉल्व किया गया एवं अभ्यर्थियों से पैसा लेकर इनकी उत्तर कुंजीयों को उपलब्ध करवाया गया। यह उत्तर कुंजीयों परीक्षा के दिन वायरल हो गई। इस संबंध में D.P. World Express Logistic Pvt. Ltd. के पटना स्थित वेयर हाउस में लगे सी०सी० टी०वी० के फुटेज एवं जिला कोषागारों तक पहुँचाने वाले Zenith Logistic and Express Pvt. Ltd. के गाड़ियों में लगे जी०पी०एस० के लॉग तथा चालको के मोबाईल नं० के सी०डी०आर० का विश्लेषण कर साक्ष्य प्राप्त किये गये हैं।


अनुसंधान के क्रम में पता चला है कि Zenith Logistic and Express Pvt. Ltd. के दोनों मुन्शी रमेश कुमार एवं राहुल पासवान जो D.P World Express Logistic Pvt. Ltd. के पटना स्थित वेयर हाउस से मोतिहारी जिला के प्रश्न पत्रों को अपनी गाड़ी में लोड करावाये थे, यह दोनों मुन्शी स्वयं भी केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), बिहार, पटना के विज्ञापन संख्या-01/2023, सिपाही भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी थे। अभियुक्त राहुल पासवान दिनांक 01.10.2023 को परीक्षा में उपस्थित हुआ था, जबकि गिरफ्तार अभियुक्त रमेश पासवान की परीक्षा दिनांक-07.10.2023 को निर्धारित थी। उनके प्रवेश पत्रों (Admit Card) को प्राप्त कर लिया गया है।


अनुसंधान के क्रम में पता चला है कि केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), बिहार, पटना, सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र तथा अन्य गोपनीय सामग्रियों प्रिंटिंग करने वाले एजेंसी तथा उनको इस कार्य में कच्ची सामग्री देने वाली कम्पनियों की रेकी करने के उद्देश्य से ये 10 दिन पूर्व से ही संजीव मुखिया अपने गिरोह के अन्य सक्रिय सदस्यों के साथ कोलकता में रूका हुआ था, जहाँ से Caltex Multiventure Pvt. Ltd. को प्रश्न पत्र पैक करने के लिए Envelope आपूर्ति करने वाली एजेंसी तथा Single Use Seal Lock, आपूर्ति करने वाली कंपनी, प्रश्न पत्र को परिवहन करने वाली ट्रांसपोर्ट की विवरणी इस गिरोह के द्वारा प्राप्त की गई। इसका साक्ष्य एकत्रित किया गया है। 


अनुसंधान के क्रम में पता चला है कि केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), बिहार, पटना, सिपाही भर्ती परीक्षा के साथ एकरारनामा करने वाली कंपनी Caltex Multiventure Pvt. Ltd. के निदेशक एवं गिरफ्तार अभियुक्त, श्री सुमन बिस्वास एक अन्य कम्पनी S.S Enterprise के भी निदेशक हैं। यह कम्पनी Caltex Multiventure Pvt. Ltd. एवं Blessing Secured Press Pvt. Ltd. को कागज् आपूर्ति का काम करती है। इस कम्पनी के खातों के विश्लेषण से संजीव मुखिया के गिरोह के दो प्रमुख सक्रिय सदस्यों के परीक्षा के पूर्व हुई Electronics Transcations Action के माध्यम से प्रश्न पत्र को लीक करवाने हेतु Money trail को स्थापित किया गया है।


अनुसंधान के क्रम में केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), बिहार, पटना, सिपाही भर्ती परीक्षा के स्ट्रॉग रूम से मोतिहारी जिला के परीक्षा केंद्रों में भेजे गये tampered बक्सों को चिन्हित कर जब्त कर लिया गया है एवं इसका सत्यापन Caltex Multiventure Pvt. Ltd. को इस परीक्षा से संबंधित बॉक्स आपूर्ति करने वाले विशेषज्ञ सह आपूर्तिकर्ता से भी करा लिया गया है।


अनुसंधान के क्रम में केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), बिहार, पटना के सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक से सम्बंधित कांडों में जब्त लैपटॉप, मोबाइल फोनों, ब्लूटूथ एवं ब्लू टूथ पेयरिंग डिवाइस, इलेक्ट्रॉनिक Gadgets, Post Dated cheques, Admit Cards, कई अभ्यर्थियों के मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्रों एवं केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), बिहार, पटना मोतिहारी जिले का प्रथम पाली व द्वितीय पाली का टेम्पर्ड बॉक्स एवं अन्य अभिलेखीय साक्ष्य जब्त किये गये है, जिनकी विधिवत जॉच विशेषज्ञयों से प्रक्रियाधिन है।


आर्थिक अपराध इकाई थाना काण्ड संख्या 16/2023 में अबतक कुल 07 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है एवं 07 अभियुक्तों को रिमाण्ड पर लिया गया है, जिनकी विवरणी निम्न प्रकार है:- निम्नांकित अभियुक्तों को दिनांक-26.06.2024 को गिरफ्तार कर दिनांक-27.06.2024 को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। अनुसंधान के क्रम में केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), बिहार, पटना, सिपाही भर्ती परीक्षा के स्ट्रॉग रूम से मोतिहारी जिला के परीक्षा केंद्रों में भेजे गये tampered बक्सों को चिन्हित कर जब्त कर लिया गया है एवं इसका सत्यापन Caltex Multiventure Pvt. Ltd. को इस परीक्षा से संबंधित बॉक्स आपूर्ति करने वाले विशेषज्ञ सह आपूर्तिकर्ता से भी करा लिया गया है।


अनुसंधान के क्रम में केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), बिहार, पटना के सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक से सम्बंधित कांडों में जब्त लैपटॉप, मोबाइल फोनों, ब्लूटूथ एवं ब्लू टूथ पेयरिंग डिवाइस, इलेक्ट्रॉनिक Gadgets, Post Dated cheques, Admit Cards, कई अभ्यर्थियों के मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्रों एवं केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), बिहार, पटना मोतिहारी जिले का प्रथम पाली व द्वितीय पाली का टेम्पर्ड बॉक्स एवं अन्य अभिलेखीय साक्ष्य जब्त किये गये है, जिनकी विधिवत जॉच विशेषज्ञयों से प्रक्रियाधिन है।


आर्थिक अपराध इकाई थाना काण्ड संख्या 16/2023 में अबतक कुल 07 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है एवं 07 अभियुक्तों को रिमाण्ड पर लिया गया है, जिनकी विवरणी निम्न प्रकार है:- निम्नांकित अभियुक्तों को दिनांक-26.06.2024 को गिरफ्तार कर दिनांक-27.06.2024 को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। इस प्रकार सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक से सम्बंधित संगठित गिरोह के विरुद्ध व्यापक कार्रवाई में अबतक कुल 75 काण्डों में 207 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है तथा त्वरित करवाई करते हुए शेष बचे अभियुक्तों की भी जल्द गिरफ्तारी हेतु छापामारी की जा रही है।


उल्लेखनीय है कि इस काण्ड में संजीव कुमार सिंह उर्फ संजीव मुखिया मुख्य आरोपी है, जिस पर वर्तमान में BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा TRE-3.0 (आर्थिक अपराध थाना काण्ड संख्या-06/24) एवं NTA NEET UG परीक्षा पेपर लीक काण्ड (शास्त्रीनगर थाना काण्ड संख्या-358/24) में संबंधित न्यायालय से दोनों काण्डों में अग्रिम जमानत की सुनवाई के क्रम में गिरफ्तारी पर रोक का आदेश पारित है, उसपर अग्रत्तर कानूनी कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। 


उल्लेखनीय है कि दिनांक-05 मई 2024 को आयोजित NEET UG-2024_परीक्षा के कथित पेपर लीक मामले में शास्त्री नगर थाना कांड सं0-358/24, दिनांक-05.05.2024, धारा-407/ 408/409/120 (बी) भा०द०वि० दर्ज किया गया था जिसमें परीक्षा लीक के संगठित गिरोह के सदस्य व अभ्यर्थियों सहित कुल 13 (तेरह) अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए आर्थिक अपराध इकाई, बिहार पटना द्वारा दिनांक-17.05.2024 को कांड का अनुसंधान ग्रहण किया गया एवं इसका अनुसंधान आर्थिक अपराध इकाई में गठित SIT के द्वारा किया जा रहा है।


आसूचना संकलन एवं तकनीकी व वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर रामकृष्णा नगर थानाक्षेत्र के नंदलाल छपरा अवस्थित Learn Boys Hostel and Play School में प्रश्न पत्र लीक के मुख्य सुत्रधारों में से उपस्थित दो अतिरिक्त अभियुक्तो को गिरफ्तार किया गया है, जिनमे से एक झारंखड के देवघर में देवीपुर थानाक्षेत्र के एक फॉर्म हाउस से कुछ संदिग्धों के साथ छुपा हुआ था। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम बालदेव कुमार उर्फ चिंटु है जो कि प्रश्न-पत्र लीक कांड के पेशेवर अपराधी संजीव कुमार उर्फ लुटन मुखिया गिरोह से जुड़ा हुआ है। दिनांक-05.05.2024 को हुए NEET UG-2024 के परीक्षा के सॉल्वड प्रश्न पत्र उपलब्ध साक्ष्यो के आधार पर इसे इसी गिरोह द्वारा मोबाईल पर प्राप्त हुए थे।


अनुसंधान के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्त बालदेव कुमार उर्फ चिन्दु को 05 मई को सुबह में मोबाइल पर सॉल्वड प्रश्न पत्र की पीडीएफ फाईल प्राप्त हुई थी। जिसके स्कूल में रखे इनके वाई-फाई प्रिंटर से प्रतियां निकाल कर अभ्यर्थियों के ग्रुप बनाकर उन्हें रटवाया गया।गोपनीयता हेतु अभ्यर्थियों को लाने एवं ले जाने की भी व्यवस्था की गई थी। गिरोह के द्वारा अभ्यर्थियों को Learn Boys Hostel and Play School में ले जाने हेतु इस स्कूल से करीब 2 किलोमीटर दूर एक Drop off Point निर्धारित किया गया था। इस Drop off Point पर गिरोह के सदस्य उपस्थित थे। इस Drop off Point से Learn Boys Hostel and Play School में अभ्यर्थियों को ले जाने एवं वापस लोने हेतु गिरोह के सदस्यों ने एक टैक्सी गाड़ी का उपयोग किया गया था, जैसा कि अनुसंधान के क्रम में पता चला है।


संबंधित टैक्सी ड्राईबर सह स्वामी मुकेश कुमार, पे०-स्व० लखन चौधरी सा०-मरौड़ा, थाना-बिहार शरीफ को भी गिरफ्तार किया गया एवं इसके द्वारा अभ्यर्थियों को लाने व ले जाने वाले गाड़ी को भी बरामद कर लिया गया है। कांड के अनुसंधान के क्रम में N.T.A से अब तक 15 संदिग्ध अभ्यर्थियों के रोल कोड की विवरणी प्राप्त हुये है जिनमे से 4 अभ्यर्थियों से पूछताछ की जा चुकी है। शेष अभ्यर्थी अभी पूछताछ हेतु उपस्थित नहीं हुये हैं। N.T.A के द्वारा Learn Boys Hostel and Play School में जप्त अर्द्धजले प्रश्न पत्र से संबंधित Reference Question paper की प्रति उपलब्ध करवा दी गई है। प्रारंभिक जांच पर इसका मिलान जप्त प्रदर्श से हुआ है एवं अब इसको फोरेंसिक जॉच हेतु FSL भेजा जा रहा है।


20.06.2024 की संध्या में N.T.A से जप्त अर्द्धजले प्रश्न पत्र के Serial Code से संबंधित वांछित प्रतिवेदन प्राप्त होने पर स्पष्ट हुआ कि NEET UG-2024 के परीक्षा के Learn Boys Hostel and Play School, रामकृष्णा नगर से बरामद अधजले जब्त प्रश्न पत्र को सिरियल कोड जिला हजारीबाग, झारखंड के Oasis School कल्लु चौक, मंडई रोड के परीक्षा केन्द्र का है। इसका सत्यापन किया गया है। सत्यापन के क्रम में प्रथम दृष्टया, हजारीबाग के संबंधित परीक्षा केन्द्र से प्रश्न पत्र की पैंकिग के संदिग्ध पॉलीबैग, संबंधित अभ्यर्थी से बरामद मूल प्रश्न पत्र की पैकिंग एवं संबंधित पैकिंग ट्रंक में प्रारंभिक जॉच में इन सभी के साथ छेड़छाड होना पाया गया है एवं इन सभी संदिग्ध प्रदर्शों को विधिवत जप्त कर लिया गया है। प्रश्न पत्रों की Chain of Custody का सत्यापन किया जा रहा है एवं संबंधित परीक्षा केन्द्र, एस०बी०आई० बैंक के शाखा एवं Blue Dart कंपनी के दफ्तरों में संबंधित कर्मियों का बयान लिया गया है।


N.T.A के द्वारा उपलब्ध कराये गये परीक्षा से संबंधित निर्धारित सुरक्षा मानकों जिसमें प्रश्न पत्र की Transportation, Storage, hand over/Take over के मानक भी शामिल है, के विश्लेषण से पता चला की संबंधित के द्वारा इनका अनुपालन पूर्ण रूप से नहीं किया गया है जिसके कारण इनके द्वारा प्रश्न पत्रों के बक्सो एवं Envelope छेड़छाड़ नहीं पकड़ी जा सकी। इस पुरी Chain of Custody में किस स्तर पर एवं किस समय Exact Leakage/Breach हुआ है, इस संबंध में गहन अनुसंधान किया जा रहा है।


देवघर से पूछताछ हेतु लाये गये 3 व्यक्तियों, क्रमशः राजीव कुमार उर्फ कारू पे०-सुरेन्द्र प्रसाद सा०-कुंडवापर, थाना-एकंगरसराय, जिला-नालन्दा एवं पंकु कुमार पे०-महेन्द्र प्रसाद एवं परमजीत सिंह पे०-प्रकाश कुमार दोनों-सा०-बेलदार बिगहा, थाना-छबिलापुर, जिला-नालन्दा, की पूछताछ से पता चला कि ये व्यक्ति पेपर लीक के इस संगठित गिरोह को Duplicate Sim, Mobile Phone एवं आश्रयस्थल उपलब्ध करवाते थे। इनसे Duplicate Sim, Mobile Phone की बरामदगी हुयी जिस हेतु आर्थिक अपराध थाना कांड सं0-13/24 धारा-420/ 467/468/471/34 भा०द०वि० विधिवत दर्ज कर, इनको गिरफ्तार किया गया है।


पकड़ाये बालदेव उर्फ चिंटु के खुलासे एवं झारखंड राज्य से बरामद संदिग्ध लिफाफे एवं बॉक्स से मिली जानकारियों के आधार पर इस कांड में एक संगठित अंतरराज्यीय पेशेवर गिरोह कि संलिप्ता प्रकाश में आई है। इसमें शामिल अन्य अभियुक्तों के गिरफ्तारी हेतु लगातार छापामारी जारी है। कांड का अग्रतर अनुसंधान निर्देशानुसार केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो को सौपा जा रहा है।


गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम एवं पता

01. बालदेव कुमार उर्फ चिंटु, पे० ओम प्रकाश कुमार, सा०-मुरौरा, थाना-बिहारशरीफ, जिला- नालन्दा, वर्त्तमान-रामप्रीत प्रसाद के मकान में किरायेदार, सा०-छोटी पहाड़ी अगमकुआँ, थाना-बाईपास जिला-पटना। (शास्त्रीनगर थाना कांड सं0-358/2024 में)

02. मुकेश कुमार, पे०-स्व० लखन चौधरी, सा०- मुरौरा, थाना-बिहारशरीफ, जिला-नालन्दा, वर्तमान- रामप्रीत प्रसाद के मकान में किरायेदार, सा०-छोटी पहाड़ी अगमकुआँ, थाना- बाईपास जिला-पटना। (शास्त्रीनगर थाना कांड सं0-358/2024 में)

03. पंकु कुमार, पे०-महेन्द्र प्रसाद, सा०- बेलदार बिगहा, थाना- छबिलापुर, जिला-नालंदा। (आर्थिक अपराध थाना कांड सं0-13/24 में)

04. राजीव कुमार उर्फ कारू, पे०- सुरेन्द्र प्रसाद, सा०-कुण्डवायर, थाना-एकंगरसराय, जिला-नालंदा। (आर्थिक अपराध थाना कांड सं0-13/24 में)

05. परमजीत सिंह उर्फ बिट्टू, पे०-प्रकाश कुमार, सा०-बेलदार बिगहा, थाना-छबिलापुर, जिला-नालंदा। (आर्थिक अपराध थाना कांड सं0-13/24 में)