Bihar News: बिहार की 300 करोड़ से अधिक की योजना को केंद्र की मंजूरी, चुनाव से पहले ये मोदी की सौगात Tej Pratap Yadav Controversy: ..नहीं तो अंजाम बुरा होगा, अनुष्का यादव के भाई के बाद अब मामा ने भी लालू-तेजस्वी को चेताया Tej Pratap Yadav Controversy: ..नहीं तो अंजाम बुरा होगा, अनुष्का यादव के भाई के बाद अब मामा ने भी लालू-तेजस्वी को चेताया Bihar Teacher News: छोटी सी बात पर हैवान बना शिक्षक, क्लासरूम में छात्र को जानवरों की तरह पीटा; पिटाई का वीडियो वायरल Bihar Librarian: 2010 के बाद पहली बार बिहार में हाई स्कूल लाइब्रेरियन भर्ती, केवल ऐसे छात्र ही उठा पाएंगे लाभ Patna Zoo: चिड़ियाघर जाने की योजना बनाने वालों सावधान, इतने बजे के बाद एंट्री बंद Glowing skin routine: रात की इस एक आदत से चेहरे पर हमेशा रहेगा निखार – जानिए कैसे? China-Pakistan: चीन ने पाकिस्तान को फिर बनाया मामू, $3.7 बिलियन का देगा कर्ज.. मगर इस शर्त पर Tea drinking habits : चाय पीने का सही तरीका नहीं पता? आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती हैं ये 5 आदतें! Bihar development: बिहार के 20 जिलों में बनेंगी नई सड़कें और 103 पुल – मोदी सरकार ने दी मंजूरी!
1st Bihar Published by: HIMANSHU Updated Mon, 10 Feb 2020 12:09:59 PM IST
- फ़ोटो
MOTIHARI : मोतिहारी जिला शिक्षा कार्यालय फर्जीवाड़ा को लेकर हमेशा से चर्चा में रहा है ।नया मामला सामने आने पर शिक्षा विभाग सहित आम लोगो मे चर्चा का विषय बना हुआ है ।जिस अतिथि शिक्षक का प्रमाणपत्र एक माह पूर्व DEO के जांच में फर्जी मिला।डीईओ ने उक्त शिक्षक के विरुद में एचएम से FIR दर्ज कराया गया था, उसी शिक्षक डीईओ ने क्लीन चिट देकर एचएम को कटघरे में खड़ा कर दिया है ।मामला केसरिया प्रखंड के राजकृत प्लस 2 उच्च विद्यालय दिलावरपुर का है।
निवर्तमान DEO ललित नारायण रजक ने उक्त विद्यालय के अतिथि शिक्षक विकास आनंद के शैक्षणिक प्रमाणपत्र की जांच करवायी ।जांच में फर्जी पाए जाने पर एच एम से उक्त शिक्षक के विरुद 5 नवम्बर 19 को FIR कराया गया ।वहीं निवर्तमान डीईओ रजक ने सेवानिवृत होने के दो दिन पूर्व उक्त शिक्षक को क्लीनचिट देकर प्रमाणपत्र को सही पाते हुए शिक्षक को मुक्त कर दिया ।एक ही पदाधिकारी के द्वारा दोनों करवाई की चर्चा जोरों पर है।
योगदान के समय अतिथि शिक्षक ने जिस प्रमाणपत्र की स्वअभिप्रमाणित कर स्कूल में जमा कराया वह हरियाणा का था ।जांच में वह फर्जी निकला ।जब वह प्रमाणपत्र फर्जी निकला तो डीईओ कार्यालय ने दूसरा प्रमाणपत्र लगवाकर उक्त शिक्षक को मुक्त कर दिया ।अब चर्चा है कि एक ही शिक्षक का स्कूल में दूसरा और डीईओ कार्यालय में दूसरा प्रमाणपत्र कैसे हो गया।प्रभारी डीईओ ने राजकुमार शर्मा ने बताया कि मेरे संज्ञान में मामला नहीं है ।फाइल देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है ।