PATNA : निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने सासाराम शिक्षक नियुक्ति घोटाले में 26 अभियुक्तों के खिलाफ विशेष निगरानी कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया है। 13 अभियुक्तों को खिलाफ पूरक अनुसंधान जारी है। वहीं अनुसंधान के दौरान तीन पदाधिकारियों के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिलने के कारण चार्जशीट दाखिल नहीं किया गया।
सासाराम के तत्कालीन डीईओ ओम प्रकाश शुक्ला, डीपीओ रुपेन्द्र कुमार सिंह और जिला शिक्षक नियोजन के अपीलीय प्राधिकार किरण शंकर के नाम चार्जशीट में नहीं है। हालांकि प्राथमिकी में इन तीनों अधिकारियों के नाम शामिल थे। यह मामला सासाराम के राजपुर प्रखंड शिक्षक घोटाले से संबंधित है। साल 2016 में निगरानी थाने में अभियुक्तों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।
विशेष कोर्ट में तत्कालीन डीईओ रामेश्वर पांडेय और डीपीओ विनायक पांडेय, असिस्टेंट राधेश्याम सिंह, बीडीओ श्रीष चौहान , बीईओ राजेन्द्र राम, प्रखंड प्रमुख राजेन्द्र प्रसाद सिंह, प्रखंड शिक्षक रविन्द्र कुमार राय, प्रताप कुमार राय, जीना प्रताप सिंह, रामगति राम, सुनील राम, शिवपूजन राम, प्रतिभा कुमारी, सुमन कुमारी, आशा कुमारी, संयोग सिंह, योगेन्द्र राम,उमेश राय, संजीव राय सीमा कुमारी, शालिनी कुमारी, ममता कुमारी, अरविंद कुमार मिश्र, नागेन्द्र कुमार सिंह और हरेराम राय के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गयी है।
सासाराम के राजापुर प्रखंड में वर्ष 2012 में 33 शिक्षकों के नियोजन में बड़े पैमाने पर अनियमितता हुई थी। बाद में स्थानीय लोगों की शिकायत पर शिक्षा विभाग ने जांच की और साल 2013 में स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।