शिक्षा विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द : जानिए कब होगी नवनियुक्त शिक्षकों की पोस्टिंग, K K Pathak ने बताई फाइनल डेट

शिक्षा विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द : जानिए कब होगी नवनियुक्त शिक्षकों की पोस्टिंग, K K Pathak ने बताई फाइनल डेट

PATNA : बिहार लोक सेवा आयोग के तरफ से आयोजित शिक्षक बहाली परीक्षा में सफलता हासिल करने के बाद ट्रेनिंग ले रहे टीचरों के लिए यह काफी जरूरी खबर है। राज्य के नवनियुक्त शिक्षकों की 11 से 21 नवंबर तक पोस्टिंग की जाएगी। इसके लिए विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने इससे जुड़े आदेश भी जारी कर दिए हैं। लेकिन, सबसे बड़ी बात यह है कि इस दौरान शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द रहेंगी। 


दरअसल, राज्य में नवनियुक्त एक लाख 20 हजार शिक्षकों को विद्यालय में पदस्थापन कार्य शिक्षा दिवस 11 से 21 नवंबर तक होगा। इन शिक्षकों का वेतन विद्यालय में योगदान की तिथि से प्रारंभ होगा। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा बुधवार को इस संबंध में सभी जिलाधिकारी को आदेश जारी किया गया। इसके मुताबिक नवनियुक्त शिक्षकों के पदस्थापन कार्य को देखते हुए सभी 38 जिलों में शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और उन्हें विधि व्यवस्था संबंधी ड्यूटी में भी नहीं तैनात किया जाएगा।


केके पाठक ने साफ़ तौर पर कहा है कि कोई भी नवनियुक्त अध्यापक शहरी क्षेत्र के विद्यालय में पदस्थापित नहीं किए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में भी अध्यापकों का पदस्थापन सॉफ्टवेयर के माध्यम से रैंडमाइजेशन करते हुए किया जाएगा। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई है। उन्होंने बताया कि कमेटी प्रत्येक जिले के अध्यापकों का पदस्थापन साफ्टवेयर से कराना सुनिश्चित करेगी। उपलब्ध शिक्षकों की संख्या और विद्यार्थियों के नामांकन को देखते हुए रैंडमाइजेशन विद्यालयवार तथा विषयवार सॉफ्टवेयर में एंट्री किया जा रहा है। यह कार्य दो से तीन दिनों में पूरा हो जाएगा। 


आपको बताते चलें कि,नवनियुक्त शिक्षकों के पदस्थापन हेतु सभी जिलाधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है कि तय अवधि के बीच कितने चरण में अध्यापकों का योगदान कराएंगे, यह जिलाधिकारी तय करेंगे। योगदान की अवधि में विद्यालयों में प्रधानाध्यापक मौजूद रहेंगे। प्रधानाध्यापक ही योगदान पत्र जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से स्वीकृत कराएंगे। यह कार्य अभियान के रूप में होगा। किसी भी परिस्थिति में योगदान करने वाले अध्यापकों का वेतन भुगतान एक दिसंबर से कराना सुनिश्चित करेंगे।